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संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन जरूरी: Dr. Ashok Giri Maharaj

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भिवानी में शिक्षा विभाग द्वारा बीते दिनों स्थानीय हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड स्थित सर्वपल्ली राधाकृष्णन लैब स्कूल में आयोजित जिला स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता में सिद्धपीठ बाबा जहरगिरी आश्रम के पीठाधीश्वर अंतर्राष्ट्रीय महंत जूना अखाड़ा Dr. Ashok Giri Maharaj के शिष्य अनुज तंवर हलवासिया ने रागिनी प्रतियोगिता में जिला स्तर पर प्रथम स्थान हासिल किया है।

अनुज की उपलब्धि पर शुक्रवार को स्थानीय सिद्धपीठ बाबा जहरगिरी आश्रम में शिवशक्ति जनकल्याण सेवा ट्रस्ट द्वारा उन्हें सम्मानित कर उत्साहवर्धन किया गया। आश्रम के प्रवक्ता सुरेश सैनी ने बताया कि जिला स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता 9 व 10 सितंबर को आयोजित हुई थी। जिसमें अनुज तंवर ने 11 से 14 आयु वर्ग में भाग लेते हुए जिला स्तर पर प्रथम स्थान हासिल कर भिवानी को गौरवान्वित किया है। उन्होंने बताया कि अनुज तंवर अंतर्राष्ट्रीय महंत जूना अखाड़ा Dr. Ashok Giri Maharaj के शिष्य है तथा उन्ही की प्रेरणा से अनुज ने शिक्षा के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेकर आज अपने गुरू का मान बढ़ाया है।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों से युवाओं को बढ़ावा मिलता है

अनुज गांव हालुवास स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में पढ़ता है, जो कि गायन के साथ-साथ भक्ति में भी काफी रूचि रखता है। अनुज तंवर को सम्मानित करते हुए अंतर्राष्ट्रीय महंत जूना अखाड़ा Dr. Ashok Giri Maharaj ने कहा कि इस प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने से युवाओं को हरियाणा की गौरवमय संस्कृति का बोध होता है। जिससे हरियाणवी संस्कृति को बढ़ावा मिलता है।

उन्होंने आगे कहा कि आजकल के युवाओं पर पाश्चात्य संस्कृति का खास प्रभाव देखने को मिलता है, जिसके चलते वे देश की संस्कृति से दूर होते जा रहे है तथा उनमें संस्कारों का अभाव स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। प्रत्येक अभिभावक को अपने बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ खेल व अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित करना चाहिए, ताकि उनका सर्वांगीण विकास कर राष्ट्र को तरक्की के पथ पर अग्रसर रखा जा सके।

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