Haryana का खान एवं भूविज्ञान विभाग अवैध खनन पर शिकंजा कसते हुए लगातार सख्त कदम उठा रहा है। प्रदेश में प्राकृतिक संसाधनों की लूट को रोकने के लिए प्रशासन ने निगरानी बढ़ा दी है। ड्रोन और आधुनिक तकनीकों की मदद से अवैध खनन गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जा रही है।
जनवरी से अब तक विशेष जांच अभियानों के तहत 3,950 स्थानों पर निरीक्षण किया गया, जिसमें 324 वाहन अवैध खनन में लिप्त पाए गए और उन्हें जब्त कर लिया गया। इस कार्रवाई से सरकार को करीब 1.37 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।
यमुनानगर में सबसे बड़ी कार्रवाई
यमुनानगर जिले के भगवापुर गांव में 2 एकड़ जमीन पर अवैध रूप से खनन किए जाने की सूचना मिलने पर विभाग ने तुरंत निरीक्षण किया। जांच में बोल्डर, ग्रेवल, रेत और मिट्टी का अवैध खनन पकड़ा गया, जिसके बाद संबंधित व्यक्तियों पर ₹65,37,732 का भारी जुर्माना लगाया गया और 11 फरवरी 2025 को एफआईआर दर्ज की गई।
खनन माफिया पर कसेगा और शिकंजा
खनन विभाग ने जनवरी और 10 फरवरी तक यमुनानगर जिले में 123 वाहन जब्त किए और 116 एफआईआर दर्ज की। अधिकारियों का कहना है कि अवैध खनन से जुड़े किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और प्रदेश में सख्ती से नियमों का पालन कराया जाएगा।
खनन विभाग की यह कार्रवाई न केवल प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण में मदद करेगी, बल्कि अवैध खनन से होने वाले राजस्व नुकसान को भी रोकेगी। प्रशासन ने साफ किया है कि प्रदेश में अवैध खनन अब और नहीं चलने दिया जाएगा।