हरियाणा शिक्षा विभाग ने 10-12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में गैर हाजिर रहने वाले 23 टीचर्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। इसमें शिक्षा विभाग ने राज्य के 9 जिलों के टीचर्स को चार्जशीट किया है, जिससे वे बोर्ड परीक्षाओं में गैर हाजिर रहने के लिए उनके खिलाफ कारण बताने के लिए नोटिस जारी करते हैं। अगर टीचर्स का सही जवाब नहीं मिलता है, तो उनके खिलाफ विभाग ने रूल-7 के तहत कड़ी कार्रवाई की है।
इस कार्रवाई के तहत, बोर्ड परीक्षाओं से गैर हाजिर रहने वाले शिक्षकों के खिलाफ विभाग ने 5000 रुपए का जुर्माना भी लगाया है। इसके बाद, शिक्षा विभाग ने टीचर्स को एक और मौका दिया है, जिसमें वे व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर अपने कारणों की स्पष्टीकरण कर सकते हैं। इस मौके के लिए टीचर्स को 27 दिसंबर को उपस्थित होना होगा।
इन टीचर्स को करना पड़ेगा कई कठिनाईयों का सामना
इस कार्रवाई के परिणामस्वरूप, जिन टीचर्स के खिलाफ कार्रवाई की गई है, उन्हें कई तंगगीयों का सामना करना पड़ सकता है। इन टीचर्स को एसीपी नहीं मिलेगा और उनके प्रमोशन में भी कठिनाईयों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, इन टीचर्स की एक्सटेंशन के मामले में भी समस्या आ सकती है। चार्जशीट के बाद, इन शिक्षकों का एनुअल इन्क्रीमेंट भी नहीं लगेगा।
शिक्षा विभाग की ओर इन टीचर्स के खिलाफ हुई कार्रवाई
इस तरह की कार्रवाई के परिणामस्वरूप, शिक्षा मंत्री कुंवर पाल गुर्जर द्वारा निर्देशित किए गए इस कदम से शिक्षा विभाग ने गैर हाजिर रहने वाले टीचर्स को जागरूक करने का भी प्रयास किया है। जिन टीचर्स के खिलाप कार्रवाई हुई उनमें झज्जर से देवेंद्र सिंह, रोहतक से संदीप कुमार, भिवानी से राजीव कुमार, जितेंद्र दांगी, राजेश कुमार, गुरुग्राम से आनंद कुमार, गुरेंद्र, करनाल से नरेश कुमार, कुरुक्षेत्र से ईश्वर सिंह, रोहतक से राय सिंह, हिसार से विनोद कुमार, फतेहाबाद से कुनाल, हिसार से मोहिंद्र सिंह, विजय पाल सिंह, भिवानी से मुकेश कुमार, सिरसा से मनोज कुमार, हिसार से राम मेहर के नाम शामिल हैं।