Haryana कांग्रेस ने निकाय चुनाव से ठीक पहले बागी नेताओं के खिलाफ कड़ा कदम उठाया है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान ने 7 प्रमुख नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है, जिनमें गुरुग्राम, करनाल, यमुनानगर और हिसार से जुड़े नेता शामिल हैं।
इसमें करनाल से मुख्यमंत्री नायब सैनी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके त्रिलोचन सिंह और अशोक खुराना, यमुनानगर से कांग्रेस कमेटी के नॉर्थ जोन के प्रभारी प्रदीप चौधरी व मधु चौधरी, हिसार से कैंडिडेट रहे रामनिवास राड़ा और गुरुग्राम से हरविंद्र लवली और राम सिंह सैनी पर कार्रवाई की गई है। ये सभी नेता पार्टी के खिलाफ गए थे, और उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित किया गया है।

टिकट न मिलने पर बागी हुए नेता
करनाल और हिसार में नेता टिकट न मिलने पर बागी हो गए थे, जबकि गुरुग्राम में नेता ने नामांकन ही वापस ले लिया था। विशेष रूप से हिसार से रामनिवास राड़ा ने पार्टी छोड़ने के बाद भाजपा में शामिल होने का फैसला किया, जिससे कांग्रेस के भीतर गुटबाजी की स्थिति और भी गहरी हो गई है।
रामनिवास राड़ा, जो कुमारी सैलजा के करीबी माने जाते थे, ने कांग्रेस की गुटबाजी से परेशान होकर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया था, लेकिन बाद में भाजपा में शामिल हो गए।