हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर बड़ा कटाक्ष किया है। उनका आरोप है कि पिता-पुत्र की जोड़ी ने कांग्रेस के बड़े नेताओं को ठिकाने लगा दिया है। धनखड़ ने चुटकी लेते हुए कहा कि आजकल कांग्रेस की बैठक में प्रसाद खूब बंट रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा और उनके बेटे ने केवल अपनी राजनीति चमकाने के लिए न तो अशोक तंवर और न ही कुमारी सैलजा को प्रदेश बॉडी बनाने दी, न ही कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयाान की अभी तक बनने दी है।
ओमप्रकाश धनखड़ कुरुक्षेत्र में पन्ना प्रमुखों की बैठक के दौरान कांग्रेस को घेरते हुए पन्ना प्रमुखों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला पर भी निशाना साधते हुए कहा कि रणदीप सुरजेवाला बोलने में ही हड़बड़ाने लगे हैं। साथ ही मतदाताओं को ही श्राप देने लगे हैं। धनखड़ ने कहा कि पहले कुलदीप बिश्नोई और राव इंद्रजीत भी कांग्रेस के बड़े नेता थे, जो आज भाजपा के बड़े नेता हैं। इसका कारण यह है कि पिता-पुत्र की जोड़ी हरियाणा में कांग्रेस को धीरे-धीरे निपटाने का काम रही है।
नेतृत्व सही होता तो और आगे जा सकती थी कांग्रेस
ओपी धनखड़ ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि देश और प्रदेश की और तरक्की हो सकती थी, लेकिन परिवारवाद का असर रहा है। कई कांग्रेसियों का भी कहना है कि कांग्रेस का नेतृत्व सही होता तो कांग्रेस और आगे जा सकती थी। हर जिले में कांग्रेस ऑर्ब्जवर की बैठक के दौरान पिता-पुत्र के खिलाफ नारे लगते लगे हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का भी कहना है कि वह पिता-पुत्र की नहीं चलने देंगे।
इंडिया शब्द लाने में कांग्रेस की थी भूमिका
ओपी धनखड़ ने INDIA VS BHARAT विषय पर कहा कि इंडिया बनाम भारत को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है, लेकिन विपक्ष के विरोध के बावजूद प्रदेश की भाजपा कांग्रेस पर हावी है। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इंडिया शब्द लाने में कांग्रेस की भूमिका थी। विभाजन भी कांग्रेस ने स्वीकार किया था। उन्होंने कहा कि वह 16 वर्ष विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे। जब संविधान बन रहा था तो ABVP का पहला आंदोलन भारतीयकरण को लेकर था। जिस रास्ते पर भारत बढ़ रहा है, इससे सभी भारतीय खुश हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि चेन्नई का नाम मद्रास हो गया। कोलकाता का का नाम कलकत्ता हो गया था। भारत के लिए भी इंडिया शब्द इस्तेमाल हो रहा था, लेकिन अब इंडिया से भारत किया गया है, यह गौरव की बात है।
कांग्रेस का आमंत्रण पर गंदी राजनीति करना गलत
धनखड़ ने कहा कि G-20 शिखर सम्मेलन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिए जाने पर यह सियासत शुरू हुई है। जबकि सम्मेलन में किसी पार्टी अध्यक्ष को आमंत्रित नहीं किया गया है। सम्मेलन में सरकार के प्रतिनिधियों को ही आमंत्रण दिया गया है, लेकिन कांग्रेस इस पर गंदी राजनीति कर रही है। इस तरह की बात कहना अच्छी बात नहीं है। धनखड़ ने कहा कि राष्ट्रपति की ओर से आमंत्रित किए जाने पर भेदभाव जैसे शब्दों का प्रयोग करना गलत है।