Haryana के 370 भ्रष्ट पटवारियों की लिस्ट सामने आने के बाद पटवारी और कानूनगो एसोसिएशन ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। यह बैठक कल जींद के पटवार भवन में होगी, जहां पटवारियों की लिस्ट पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा।
सन्नी दहिया का बयान: दोषी ठहराना कोर्ट का काम
दी रेवेन्यू पटवार एवं कानूनगो एसोसिएशन सोनीपत के जिला प्रधान सन्नी दहिया ने कहा, “दोषी करार देना कोर्ट का काम है, न कि सरकार या किसी ऑफिसर का।” उनका कहना है कि 370 पटवारियों को भ्रष्ट घोषित करना गलत है, क्योंकि इस पर कोई आधिकारिक जांच या कोर्ट का फैसला नहीं हुआ है।
सीएमओ ने लिस्ट लीक होने पर जताया एतराज
इससे पहले, भ्रष्ट पटवारियों की सीक्रेट लिस्ट लीक होने पर मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) ने एतराज जताया था और मामले की जांच के आदेश दिए थे। CMO से जुड़े सूत्रों के अनुसार, सरकार पहले लिस्ट लीक करने वाले पर कार्रवाई करेगी, फिर आरोपियों पर विचार करेगी।
राजस्व मंत्री विपुल गोयल की प्रतिक्रिया
राजस्व मंत्री विपुल गोयल ने इस लिस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भ्रष्ट पटवारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि इसके लिए डिप्टी कमिश्नरों (DC) और डिविजनल कमिश्नरों को आदेश दिए गए हैं। विभाग अब तहसीलदारों पर भी निगरानी रखेगा।
लिस्ट में 170 पटवारियों के असिस्टेंट होने का दावा
16 जनवरी को सार्वजनिक की गई इस लिस्ट में यह दावा किया गया था कि इन 370 पटवारियों में से 170 ने आगे असिस्टेंट भी रखे हुए हैं, और वे भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। लिस्ट में यह भी जानकारी दी गई कि कौन सा पटवारी किस काम के लिए रिश्वत ले रहा था।
सन्नी दहिया का आरोपों पर विरोध
सन्नी दहिया ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि सरकार ने बिना किसी ठोस आधार के पूरे प्रदेश के पटवारियों को भ्रष्टाचार में लिप्त ठहरा दिया। उन्होंने कहा, “इन पटवारियों की क्या छवि नहीं है, जिन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है। ये आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं और इस तरह की बेइज्जती को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
भ्रष्ट पटवारियों की लिस्ट को लेकर प्रतिक्रियाएँ:
जयवीर चहल (पटवारी-कानूनगो एसोसिएशन के अध्यक्ष) का विरोध: हरियाणा पटवारी-कानूनगो एसोसिएशन के अध्यक्ष जयवीर चहल ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी सहमति जताई, लेकिन उन्होंने कहा कि किसी एक या दो पटवारियों के भ्रष्टाचार के आधार पर पूरी जमात को भ्रष्ट कहना सही नहीं है। चहल का कहना है कि खुफिया विभाग की रिपोर्ट या बिना ठोस जांच के पटवारियों को भ्रष्ट ठहरा देना संविधान और मानवता के खिलाफ है।
उन्होंने कहा कि एसोसिएशन 20 जनवरी को बैठक बुला रही है, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी।ते हुए कहा कि सरकार ने बिना किसी ठोस आधार के पूरे प्रदेश के पटवारियों को भ्रष्टाचार में लिप्त ठहरा दिया। उन्होंने कहा, “इन पटवारियों की क्या छवि नहीं है, जिन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है। ये आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं और इस तरह की बेइज्जती को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
विपुल गोयल (राजस्व मंत्री) का बयान: राजस्व मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि पिछले कुछ समय से शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ पटवारी अपने सहायकों के माध्यम से भ्रष्टाचार का खेल चला रहे थे। इन सहायकों को चिह्नित कर इन पटवारियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि अब तहसीलदारों पर भी निगरानी रखी जा रही है और उनके कार्यों की रिपोर्ट सीधे उनके पास आ रही है। गोयल ने यह भी कहा कि हाल ही में तीन तहसीलदारों को निलंबित किया गया है। उन्होंने सरकारी कर्मचारियों से अपील की कि वे अपने आचरण में बदलाव लाएं ताकि आम जनता को किसी भी तरह की परेशानी न हो।