हरियाणा के नूंह जिले के गांव टपकन स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय में 12वीं कक्षा का अंग्रेजी का पेपर लीक होने से शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस ने परीक्षा केंद्र के सुपरिंटेंडेंट की शिकायत के आधार पर दो अध्यापकों और तीन छात्रों समेत एक ग्रुप सदस्य के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। गिरफ्तार किए गए अध्यापकों और छात्रों से पूछताछ जारी है, जबकि पुलिस अब ग्रुप में पेपर शेयर करने वाले मुख्य आरोपी की तलाश में जुटी है।
जानकारी के अनुसार, परीक्षा शुरू होने के महज आधे घंटे के भीतर ही पेपर लीक हो गया था। देखते ही देखते यह पूरे जिले में फैल गया और खासतौर पर पुन्हाना और नूंह के परीक्षा केंद्रों पर नकल का तांडव देखने को मिला। परीक्षा केंद्रों के बाहर बैठे छात्रों के परिचितों ने पर्चियां बनाकर अंदर भेजीं, जबकि कुछ लोग दीवारों और छतों पर चढ़कर खुलेआम नकल फेंकते नजर आए।
स्थिति इतनी बेकाबू हो गई कि स्कूल की छतों और खिड़कियों से ही छात्रों तक नकल पहुंचाई गई। यहां तक कि पुन्हाना के मॉडर्न हाई स्कूल में तो नकल कराने वालों ने सीढ़ियों का सहारा लेकर परीक्षा कक्ष तक पर्चियां पहुंचाईं। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान पुलिस और प्रशासन पूरी तरह नदारद नजर आया।
कैसे हुआ पेपर लीक?
पुलिस जांच में सामने आया है कि यह पेपर कमरा नंबर 5 और 6 से लीक हुआ, जहां पर्यवेक्षक शौकत अली और रुकमुद्दीन की मौजूदगी में छात्रों ने इसे बाहर भेजा। इसके बाद इसे एक व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर किया गया, जिससे यह तेजी से पूरे जिले में फैल गया। पुलिस ने अब तक दो अध्यापकों और तीन छात्रों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि व्हाट्सएप ग्रुप के मुख्य आरोपी की तलाश जारी है।

क्या यह किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा था?
इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या यह महज एक परीक्षा केंद्र की लापरवाही थी या फिर इसके पीछे किसी बड़े नकल माफिया का हाथ है? पुलिस अब इस पूरे मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है। जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं, जिससे यह राज खुल सके कि नूंह में खुलेआम नकल कराने वाला असली मास्टरमाइंड कौन है?