इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने Haryana में BJP सरकार की शिक्षा नीति पर कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से नकल और पेपर लीक माफियाओं के कब्जे में आ चुकी है। चौटाला ने हाल ही में सामने आए एक गंभीर मामले पर चिंता व्यक्त की, जिसमें डॉक्टर की पढ़ाई करने वाले छात्र पैसे देकर नकल माफियाओं की मदद ले रहे हैं। उनका कहना था कि यह घटना हरियाणा के शिक्षा क्षेत्र के लिए एक गंभीर और चिंताजनक मामला है।
नकल माफिया के जरिए डॉक्टर की डिग्री पाने की चिंता
चौटाला ने कहा, “एमबीबीएस जैसे महत्वपूर्ण पाठ्यक्रम में छात्रों द्वारा पेपर पास करने के लिए पेपर माफियाओं से मदद लेना बेहद डरा देने वाला है। अगर ऐसे डॉक्टर अस्पतालों में काम करेंगे, तो उनकी मदद से मरीजों का इलाज करना खतरनाक हो सकता है। यह स्पष्ट रूप से मरीजों की जान से खिलवाड़ करने जैसा होगा।” उन्होंने इस मामले को बीजेपी सरकार की बड़ी नाकामी बताया, जो लगातार पेपर लीक और नकल माफियाओं के बढ़ते प्रभाव को रोकने में असफल रही है।
बीजेपी सरकार पर आरोप
चौटाला ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार के दस साल के शासन में हरियाणा में दो दर्जन से अधिक भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक हो चुके हैं, जिसके कारण हजारों युवाओं का भविष्य बर्बाद हो चुका है। उन्होंने कहा, “बीजेपी सरकार ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को चौपट कर दिया है और यह स्थिति अगर इसी तरह जारी रही, तो इंजीनियरिंग जैसे अन्य पाठ्यक्रमों के छात्र भी पेपर पास करने के लिए पैसे देकर नकल माफियाओं की मदद लेंगे।”
भविष्य की चिंता
चौटाला ने यह भी कहा कि अगर यही स्थिति बनी रही तो हरियाणा में निकले डॉक्टर और इंजीनियरों का स्तर गंभीर रूप से प्रभावित होगा, और यह राज्य के भविष्य के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। उन्होंने बीजेपी सरकार से इस पर कड़ी कार्रवाई की मांग की, ताकि शिक्षा व्यवस्था को सही दिशा में लाया जा सके और नकल माफियाओं पर लगाम लगाई जा सके।