हरियाणा के Charkhi Dadri के गांव पिचौपा खुर्द में रहने वाले प्रतीक ने इंग्लैंड में पीएचडी करने का निर्णय लिया है। उन्होंने 2 करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति प्राप्त की है। गाँववालों में इस खुशी का माहौल है। उन्होंने प्रतीक को बधाई दी और उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
प्रतीक के पिता मास्टर सुरेंद्र सिंह ने बताया कि प्रतीक को इंग्लैंड की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क में पीएचडी में दाखिला मिला है। उन्हें 2 करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति मिली है। यह छात्रवृत्ति विशेषज्ञता के माध्यम से प्राप्त हुई है। इसके लिए दुनिया भर से 300 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। प्रतीक के शोध का मुख्य उद्देश्य हरियाणा और उत्तरी भारत में जल संकट का समाधान तलाशना है।
प्रतीक के पिता ने बताया कि यह शोध विशेषज्ञता को स्थानीय समस्याओं के साथ मिलाकर किसानों के लिए मुकम्मल सिंचाई प्रबंधन के तरीके खोजेगा। वर्तमान में प्रतीक कुमार वेल लैब्स नाम की संस्था के साथ काम करते हैं, जो प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन और कृषि आजीविका में अनुसंधान के लिए समर्पित संगठन है। प्रतीक के प्रियजनों ने उनकी शैक्षणिक यात्रा का समर्थन किया है। उनके पिता सरकारी अध्यापक हैं और उन्होंने बेटे के उत्कृष्ट शिक्षा के लिए बहुत प्रयास किए हैं।