Charkhi Dadri नगर परिषद की हाउस मीटिंग में 21 में से 13 पार्षदों ने बहिष्कार कर दिया। पार्षदों ने बैठक को नगर परिषद कार्यालय की बजाय लघु सचिवालय में आयोजित करने के फैसले का विरोध किया। उनका कहना था कि यह निर्णय गलत था और नगर परिषद की कार्यवाही को प्रभावित करने वाला है।
करीब छह महीने बाद दादरी नगर परिषद की हाउस मीटिंग आयोजित की गई, लेकिन इस बार 21 में से 13 पार्षदों ने बहिष्कार कर दिया। पार्षदों ने लघु सचिवालय में बैठक आयोजित करने के फैसले का विरोध किया और नगर परिषद चेयरमैन तथा अधिकारियों पर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए।
पार्षदों का कहना था कि नगर परिषद कार्यालय में बैठक आयोजित की जानी चाहिए थी, लेकिन लघु सचिवालय में मीटिंग करने का निर्णय गलत था। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि चेयरमैन और अधिकारियों के बीच मिलीभगत के कारण नगर परिषद में भ्रष्टाचार हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो वे आने वाले दिनों में बड़ा आंदोलन करेंगे।
नवीन प्रजापति और जयसिंह लांबा का बयान:
नगर पार्षद नवीन प्रजापति और जयसिंह लांबा ने संयुक्त रूप से कहा कि चेयरमैन ने अधिकारियों के साथ मिलकर भ्रष्टाचार किया है। उन्होंने बताया कि 13 पार्षदों ने अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा था, जिसमें चार प्रमुख मांगें रखी गई थीं, लेकिन बावजूद इसके बैठक लघु सचिवालय में आयोजित की गई, जो उनका विरोध करने का मुख्य कारण बनी।
इसके अलावा, पार्षदों ने यह भी आरोप लगाया कि स्ट्रीट लाइट्स समेत अन्य विकास कार्यों में भेदभाव किया गया है। यह भेदभाव नगर परिषद के विकास कार्यों को प्रभावित कर सकता है। पार्षदों ने चेतावनी दी कि अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो नगर पार्षद दो धड़ों में बंट सकते हैं, जिसका असर विकास कार्यों पर पड़ेगा।
यह घटना नगर परिषद में भ्रष्टाचार और विकास कार्यों के भेदभाव को लेकर गहरी चिंता को दर्शाती है, और आने वाले समय में इससे जुड़ी समस्याएं और बढ़ सकती हैं।