शहर के कृष्णपुरा में एक घर में खाना बनाते हुए संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। सिलेंडर के पास खाना बना रही महिला और परिवार के लोग सब कुछ छोड़कर बाहर की ओर भाग निकले। आगजनी की सूचना तुरंत कंट्रोल रूम नंबर पर दी गई।
सूचना मिलते ही डायल 112 पुलिस और कृष्णपुरा चौकी इंचार्ज एएसआई प्रमोद कुमार तुरंत मौके पर पहुंचे। चौकी इंचार्ज ने बिना कोई देरी किए अपनी जान की फ्रिक किए बिना आनन-फानन में जलता हुआ सिलेंडर उठाया और घर से बाहर की ओर दौड़ पड़े। जिसके बाद जलते हुए सिलेंडर को एक खुले प्लाट में ले गए।
सिलेंडर को पानी से भरे प्लास्टिक के ड्रम में डाला
जहां सिलेंडर पर रेत, पानी डाला और कंबल डाल कर आग पर काबू पाया। इसके बाद सिलेंडर को पानी से भरे एक प्लास्टिक के ड्रम में डाल दिया। पूरी तरह आग पर काबू पाने के बाद लोगों ने और पुलिस ने राहत की सांस ली। इसके बाद चौकी इंचार्ज ने लोगों को सावधानी पूर्वक सिलेंडर का प्रयोग करने की सलाह दी। साथ ही उन्हें कई महत्वपूर्ण बिंदू भी बताए।

सुरक्षा व बचाव
-चूल्हा पर उबलते हुए दूध, चाय, पानी आदि को छोड़कर किचन से बाहर न जाएं।
-किचन में एक सूती कपड़ा हमेशा भिगो कर रखें, ताकि आपात स्थिति में आग लगने पर उसे बुझाई जा सके।
-किचन में एक बाल्टी में पानी भर कर हमेशा रखें।
-कपड़े में आग लगने पर भागे नहीं, बल्कि जमीन पर लुढक कर या कंबल से लपेट कर आग बुझाएं।
-आग लगने पर 101 डायल करें, साथ ही फायर स्टेशन में इसकी शिकायत करें।
-गैस सिलेंडर लेते समय पानी से जांच लें कि बुलबुला निकल रहा है या नहीं।
-किचन में सिलेंडर को हमेशा खड़ा रखें।
-खाना बनाते समय चूल्हे पर रखे गर्म बर्तन को पल्लू से नहीं पकड़ें।
-रेगुलेटर का पाइप समय-समय पर साफ करते रहें एवं समय पर पाइप बदल दें।
-जलते हुए चूल्हे का पहले रेगुलेटर से उसके बाद स्टोव की नॉब या वाल्व को बंद करें।
-किचन में गैस की गंध आ रही है तो इलेक्ट्रिक पैनल या स्विच से छेड़छाड़ न करें।