इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी की हत्या के बाद सोमवार को रोहतक-बहादुरगढ़-दिल्ली हाईवे पर समर्थकों का जमावाड़ा लग गया है। इस बीच इनेलो के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एवं इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला भी मौके पर पहुंचे हैं। राठी के परिवार के साथ तमाम बहादुरगढ़ के लोगों में शोक की लहर है। नफे सिंह राठी और उनके सहयोगी जयकिशन के शव नागरिक अस्पताल में पहुंचाए गए हैं। जहां पोस्टमार्टम किया जाएगा। फिलहाल परिजनों ने पोस्टमार्टम पर रोक लगा दी है।
बता दें कि लाइन पार थाना बहादुरगढ़ में गाड़ी चालक और नफे सिंह राठी के भांजे राकेश उर्फ संजय के बयान पर मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसमें कहा गया है कि पांच हमलावर थे। पुलिस ने चालक राकेश उर्फ संजय के बयान पर भाजपा के पूर्व विधायक नरेश कौशिक, पूर्व चेयरमैन और मौजूदा चेयरपर्सन सरोज राठी के पति रमेश राठी, चाचा ससुर कर्मवीर राठी, देवर कमल राठी, पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के पुत्र सतीश राठी, पोते गौरव, कमल, राहुल के खिलाफ हत्या सहित 8 धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

शिकायतकर्ता का कहना कि हमलावर बोले कि तुझे जिंदा छोड़ रहे हैं, जाकर इनके घर बता देना कि नरेश कौशिक, कर्मबीर राठी, सतीश राठी आदि के खिलाफ कभी भी अदालत गए तो सारे परिवार को जान से मार देंगे। नामजद आरोपियों के खिलाफ साजिश रचने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। बहादुरगढ़ लाइन पार थाना में मुकदमा नंबर 37, 26 फरवरी सोमवार को आइपीसी की धारा 147, 148, 149, 307, 302, 120बी, 25-27- 54-59 आर्म्स एक्ट के किया मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल परिवार की ओर से पोस्टमार्टम पर रोक लगा दी गई है। उनकी मांग है कि पहले आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए।

इस दौरान इनेलो नेता एवं नफे सिंह राठी के सहयोगी रतन सिंह मोर ने सरकार पर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि नफे सिंह राठी को साजिश के तहत मारा गया है। रतन सिंह मोर का कहना है कि जब राठी के लड़के और भतीजे ने आरोपियों के नाम को उजागर कर दिया है, इसके बावजूद उन्हें पकड़ा नहीं जा रहा है। आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। अब आरोपियों को ही सिक्योरिटी दे दी गई है, जबकि नफे सिंह राठी काफी समय से सिक्योरिटी की मांग कर रहे थे। नफे सिंह राठी ने सीएम और गृह मंत्री से लेकर डीजीपी, एसपी तक से सुरक्षा की गुहार लगाई थी। इसके बावजूद सरकार ने लापरवाही बरतते हुए उन्हें सुरक्षा मुहैया नहीं करवाई। रतन सिंह मोर ने कहा कि साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार किया जाए। जिससे मारने वालों का खुलासा किया जा सके। उन्होंने आरोप लगाया कि नफे सिंह राठी की साजिश के तहत कॉन्ट्रेक्ट कीलिंग हुई है।

इस दौरान नफे सिंह राठी की बहू ने कहा कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, वह ऐसे ही धरने पर बैठे रहेंगे। जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक पोस्टमार्टम नहीं करवाया जाएगा। नफे सिंह राठी बहादुरगढ़ की एक आवाज पर हमेशा मदद को तैयार रहते थे। उनकी किसी से कोई दुश्मनी भी नहीं थी। फिर भी कई बार धमकियां मिल चुकी थी। सरकार से मदद की गुहार लगाने के बाजवूद एक भी सुनवाई नहीं की गई। अब परिवार की यही मांग है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं दिया जाता, परिजन और बहादुरगढ़ के लोग ऐसे ही धरने पर बैठे रहेंगे।

इनेलो महिला प्रदेशाध्यक्ष सुमित्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि नफे सिंह राठी के हत्या में सरकार भी दोषी है। जब नफे सिंह राठी बार-बार मुख्यमंत्री, गृह मंत्री और डीजीपी से सुरक्षा की मांग कर चुके थे तो उन्हें सुरक्षा मुहैया क्यों नहीं करवाई गई। यह एक सोची-समझी साजिश है। सुमित्रा ने कहा कि हमने अपने बीच से एक स्पष्ट और ईमानदार छवि का नेता खो दिया है। उनकी मांग है कि आरोपियों को भी ऐसी सजा दी जाए, जैसा उन्होंने नफे सिंह राठी के साथ किया है। उन्होंने सत्ता और विपक्ष की बिना परवाह किए बहादुरगढ़ का विकास करवाने की बात ही सोची थी। वह यहां के विकास के लिए हमेशा तत्पर रहते थे। उन्होंने हमेशा बहादुरगढ़ के मुद्दों को उठाने का काम किया है, इसीलिए आज पूरा बहादुरगढ़ उनके पक्ष में सड़कों पर खड़ा है। नफे सिंह राठी के जाने के बाद इनेलो कभी भी उनकी भरपाई नहीं कर पाएगी।