केंद्रीय श्रम और रोजगार तथा युवा कार्य एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, फरीदाबाद में आयोजित ‘स्वास्थ्य चुनौतियां और स्वस्थ जीवनशैली’ विषय पर एक सेमिनार में शिरकत की। इस अवसर पर उन्होंने उन्नत चिकित्सा सुविधाओं का लोकार्पण किया और भारत की प्राचीन चिकित्सा परंपराओं को सम्मान देते हुए भगवान धन्वंतरि की प्रतिमा का अनावरण किया।
डॉ. मंडाविया ने भारत की समृद्ध चिकित्सा विरासत का उल्लेख करते हुए निवारक स्वास्थ्य सेवा को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने ध्यान, योग और उपवास को स्वस्थ जीवनशैली के महत्वपूर्ण स्तंभ बताते हुए समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए अधिक स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने की आवश्यकता बताई।
ईएसआईसी में अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं का उद्घाटन
डॉ. मंडाविया ने इस दौरान ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में तीन अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं का उद्घाटन किया। डिजिटल मैमोग्राफी से उन्नत इमेजिंग प्रणाली स्तन कैंसर के प्रारंभिक पहचान और मूल्यांकन में सहायक होगी। 1000 mA डिजिटल रेडियोग्राफी फ्लोरोस्कोपी प्रणाली से उच्च गुणवत्ता वाली एक्स-रे और फ्लोरोस्कोपिक-निर्देशित हस्तक्षेप की सुविधा से बीमित श्रमिकों और उनके परिवारों के लिए बेहतर नैदानिक सेवाएं उपलब्ध होंगी। नेक्स्ट-जेनेरेशन सीक्वेंसिंग एप्लीकेशन तकनीक ऑन्कोलॉजी अनुसंधान, आरएनए अनुक्रमण और रोगज़नक़ पहचान में मदद करेगी, जिससे सटीक चिकित्सा उपचार संभव होगा।
आयुर्वेद के देवता भगवान धन्वंतरि की प्रतिमा का अनावरण कर डॉ. मंडाविया ने भारतीय चिकित्सा परंपरा को सम्मान दिया। सेमिनार में डॉक्टरों, पैरामेडिक्स, मेडिकल छात्रों, औद्योगिक श्रमिकों और औद्योगिक संघों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के निदेशक डॉ. अनिल कुमार पांडेय ने बताया कि सेमिनार का मुख्य उद्देश्य श्रमिकों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाना है।
कार्यक्रम के दौरान श्रमिकों को स्वास्थ्य योजनाओं और बीमा कवरेज के लाभों के बारे में जागरूक किया गया। विशेषज्ञों ने कार्यस्थलों पर स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने, बीमारियों से बचाव के उपायों और श्रम कानूनों को प्रभावी बनाने पर भी सुझाव दिए।