रोहतक : सुप्रीम कोर्ट द्वारा एसवाईएल नहर के निर्माण को लेकर दिया गया फैसला लागू न होने के चलते एसवाईएल धर्म युद्ध यात्रा शुरू कर दी है और सुप्रीम कोर्ट के जजों को शक्ति देने के लिए घी लेकर निकल चुके हैं। उनका कहना है कि अगर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय ही नहीं लागू होगा तो फिर निचली अदालतों के फैसलों को कैसे माना जाएगा।
एसवाईएल के पानी पर हरियाणा का जो हक है, उस पर राजनीति की जा रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान हरियाणा में जाकर वोट तो मांग रहे हैं, लेकिन हरियाणा का हक नहीं दिया जा रहा। पानी देने का फैसला सुप्रीम कोर्ट कर चुका है। ऐसे में भगवंत मान के बयान का कोई और औचित्य नहीं है। इस मुद्दे पर राजनीति करने वाले विपक्षी दलों की सरकार दोनों प्रदेशों में रह चुकी है, लेकिन किसी ने कोई समाधान नहीं निकला। पाकिस्तान को देने के लिए पानी है, लेकिन हरियाणा को देने के लिए उनके पास पानी नहीं है।