राजस्थान के स्याहड़वा गांव के भाजपा मंडल अध्यक्ष राजेश शर्मा बालावास ने ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर (बीडीओ) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि उनकी जमीन के कागजात में नाम गलत चढ़ा है, जिसे ठीक कराने के लिए वह बार-बार बीडीओ कार्यालय जा रहे थे। शिकायतकर्ता के अनुसार, बीडीओ ने उनकी समस्या का समाधान करने की बजाय अपमानजनक व्यवहार किया और मजाक उड़ाया।
“चाहे सीएम का साला बन जा, काम नहीं होगा”
राजेश शर्मा ने बताया कि जब उन्होंने बीडीओ से अपनी शिकायत का समाधान करने को कहा और खुद को राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल का रिश्तेदार बताया, तो बीडीओ ने तंज कसते हुए कहा, “चाहे सीएम का साला बन जा, फिर भी तेरा काम नहीं होगा।”
मंत्री ने दिए सस्पेंशन के आदेश
शिकायत सुनते ही मंत्री भड़क गए। उन्होंने कहा कि अधिकारियों का ऐसा व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मंत्री ने तत्काल बीडीओ को सस्पेंड करने के आदेश दे दिए। साथ ही मामले की जांच के लिए एसपी हिसार को निर्देशित किया गया।
सीसीटीवी फुटेज पर टिकी जांच की उम्मीद
मंत्री ने निर्देश दिए हैं कि सीसीटीवी फुटेज की जांच की जाए। अगर फुटेज में बीडीओ और अन्य अधिकारी शिकायतकर्ता का मजाक उड़ाते या हंसते हुए पाए गए, तो संबंधित सभी अधिकारियों को निलंबित किया जाएगा।
शिकायतकर्ता ने की सख्त कार्रवाई की मांग
राजेश शर्मा ने कहा कि अधिकारियों के इस रवैये से उन्हें सामाजिक रूप से नुकसान हुआ है और ऐसे अपमानजनक व्यवहार पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। बीडीओ ने हालांकि आरोपों को झूठा बताया है और कहा है कि उनका पक्ष भी सुना जाए।
अगले कदम का इंतजार
अब इस पूरे मामले में सीसीटीवी फुटेज और एसपी हिसार की जांच का इंतजार किया जा रहा है। जांच से तय होगा कि अधिकारी दोषी हैं या नहीं। मामला गांव और प्रशासनिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।