उत्तर प्रदेश और हरियाणा के विधायक रहे करतार सिंह भड़ाना ने अपनी राजनीतिक दायरा बदल लिया है। उन्होंने बसपा को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। जिस पर उन्हें भाजपा की सदस्यता दिलाई गई है। इससे पहले 2019 में उन्होंने बसपा से शामिल होकर राजनीति में कदम रखा था।
बता दें कि इस साल में ही लोकसभा चुनाव से पहले वह बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) में शामिल हुए थे। उन्हें मध्य प्रदेश की श्योपुर मुरैना सीट से बीएसपी ने उम्मीदवार बनाया था। करतार सिंह भड़ाना ने उत्तर प्रदेश और हरियाणा दोनों ही राज्यों में विधायक के पद पर रहे है। उत्तर प्रदेश में 2012 के विधानसभा चुनाव के दौरान करतार सिंह भड़ाना को विधायक चुना गया था। जिसके बाद 2017 में वह बागपत सीट से चुनाव में उतारे गए, लेकिन वे जीत नहीं सके। जिसके बाद उन्होंने बसपा ज्वाईन की। उन्होंने समाजवादी पार्टी के टिकट से भी चुनाव लड़ा है।
हरियाणा में उन्होंने 1996 और 2000 में लगातार दो बार विधायक के पद पर रहा है। 1996 में उन्होंने विकास पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा, जबकि 2000 में वे इंडियन नेशनल लोकदल के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे थे। करतार सिंह भड़ाना का भाई अवतार सिंह भी हरियाणा सरकार में मंत्री रहे हैं। महत्वपूर्ण है कि हरियाणा में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव का मतदान होगा। चुनावी परिणाम 24 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।