Haryana के कुरुक्षेत्र जिले में पुलिस ने एक फर्जी महिला असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (ASI) को गिरफ्तार किया है, जो पिछले एक साल से पुलिस की वर्दी पहनकर आम जनता और सोशल मीडिया को गुमराह कर रही थी। 24 वर्षीय आंचल, पिहोवा के गांव दीवाना की रहने वाली है और B.Sc. पास है। उसे परिवार से बेदखल कर दिया गया था और वह किराए पर रह रही थी।
कैसे हुआ भंडाफोड़? जानिए तीन अहम पड़ाव
1. सहेली की गुमशुदगी से खुला मामला
पिहोवा के पास के गांव की एक लड़की दो दिन पहले लापता हो गई थी। उसकी मां ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि उसकी बेटी आंचल के साथ गई थी, जो हरियाणा पुलिस में सिपाही है। जब आंचल से सवाल किया गया तो उसने परिवार को धमकाया, जिससे पुलिस को शक हुआ।
2. पूछताछ में सामने आया झूठ
जांच कर रहे ASI दिलेर ने आंचल को थाने बुलाकर पूछताछ की। उसने बताया कि वह सहेली को बस स्टैंड पर छोड़ आई थी और उसे खुद नहीं पता कि वह कहां गई। उसने यह भी दावा किया कि उसने अपने “अधिकारियों” से मदद ली है।
3. ID कार्ड मांगा गया, सच्चाई आई सामने
जब पुलिस ने आंचल से उसका ID कार्ड और ड्यूटी की जानकारी मांगी, तो वह गोलमोल जवाब देने लगी। उसने कहा कि उसकी ड्यूटी कुरुक्षेत्र (KUK) थाने में है, लेकिन जब पुष्टि की गई, तो पता चला कि वह पुलिसकर्मी नहीं है। इसके बाद महिला पुलिस ने उसे काबू कर लिया।
सोशल मीडिया पर थी एक्टिव
आंचल अक्सर पुलिस की वर्दी पहनकर इंस्टाग्राम पर रील्स बनाती थी। हाल ही में पिहोवा के चैत्र-चौदस मेले में भी वह वर्दी में घूमती नजर आई थी।
FIR दर्ज, जेल भेजा गया
थाना सदर पिहोवा के SHO जगदीश कुमार ने बताया कि आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। साथ ही लापता लड़की को अंबाला से बरामद कर परिजनों को सौंप दिया गया है।
जांच जारी
पुलिस अब यह जांच कर रही है कि आंचल ने पुलिस की वर्दी और अन्य सामान कहां से खरीदा और क्या उसने किसी को धोखा देने या गलत लाभ लेने के प्रयास किए।