एंटी करप्शन ब्यूरो (ए.सी.बी.) की फरीदाबाद टीम ने 50 करोड़ रुपये से अधिक की सरकारी राशि के गबन में आरोपी अनुप कुमार, लिपिक, बी.डी.पी.ओ., जिला पलवल को गिरफ्तार किया है। आरोपी को गबन की राशि से जुड़े अन्य साक्ष्यों के आधार पर पूछताछ के दौरान गिरफ्तार किया गया।
1.15 करोड़ रुपये की राशि की मिली जानकारी
आरोपी अनुप कुमार ने पुलिस को बताया कि उसे इस गबन राशि में से 1,15,00,000 रुपये राकेश लिपिक, बी.डी.पी.ओ. हसनपुर के माध्यम से प्राप्त हुए थे। अनुप कुमार ने यह भी बताया कि इसमें से 85,00,000 रुपये की राशि उसने जमीन खरीदने में खर्च की, जबकि शेष 15,00,000 रुपये उसने अपनी और अपने चाचा की फर्म के खाते में ट्रांसफर कर दी थी।
अन्य गबन राशि की बरामदी
इससे पहले, 1 फरवरी 2025 को पुलिस रिमांड के दौरान आरोपी सतपाल, खजाना अधिकारी कार्यालय, होडल से 21,96,500 रुपये की नकद गबन राशि बरामद की गई थी। 31 जनवरी 2025 को आरोपी के दोस्त से 61,43,150 रुपये की गबन राशि भी बरामद की गई थी।
करोड़ों की संपत्तियों का खुलासा
ए.सी.बी. ने 27 जनवरी 2025 को सेवानिवृत्त एस.ओ. शमशेर सिंह से 3,65,36,300 रुपये की राशि भी बरामद की थी। इस मामले में 35 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियां भी उजागर हुई हैं, जिनकी कुर्की की प्रक्रिया अब चल रही है।
मामले की शुरुआत और गिरफ्तारी
यह मामला 24 जनवरी 2025 को कार्यालय खंड विकास और पंचायत अधिकारी हसनपुर, जिला फरीदाबाद में दर्ज किया गया था। ए.सी.बी. ने अब तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, और सभी आरोपी फिलहाल जेल में बंद हैं।
यह गबन मामला सरकारी राशि के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार की गंभीर मिसाल प्रस्तुत करता है, जिसमें कई आरोपी अब सलाखों के पीछे हैं।