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Faridabad पहुंचे डीजीपी शत्रुजीत कपूर, बोलें साइबर क्राइम के लिए टेलीकॉम कंपनियों को दोषी ठहराना उचित नहीं

फरीदाबाद हरियाणा

डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने साइबर क्राइम में टेलीकॉम कंपनियों की इंवॉल्वमेंट पर कहा कि साइबर क्राइम को लेकर टेलीकॉम कंपनियां को दोषी ठहरना उचित नहीं, क्योंकि 140 करोड़ देशवासी टेलीकॉम कंपनियों के नेटवर्क को इस्तेमाल करता है। इसमें टेलीकॉम कंपनियों को भी मालूम नहीं कि कौन गलत लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं, जबकि समय-समय पर बड़े-बड़े केसों को सुलझाने में टेलीकॉम कंपनियां पुलिस को सहयोग देती हैं।

हरियाणा के नवनियुक्त डीजीपी शत्रुजीत कपूर शुक्रवार को फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचे, जहां प्रोटोकॉल के अनुसार पुलिस के जवानों की टुकड़ी ने उन्हें सलामी दी। फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर राकेश आर्य ने उनकी अगुवाही की, जहां जिले के तमाम डीसीपी और एसीपी रैंक के तमाम अधिकारी मौजूद रहे। आलाधिकारियों की बैठक लेने के बाद डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने पत्रकारों के साथ अपने विजन को लेकर विचार साझा किया। बता दें कि डीजीपी शत्रुजीत कपूर फरीदाबाद जिले के पुलिस कमिश्नर पद पर भी रह चुके हैं। जिसके चलते उन्हें फरीदाबाद की पूरी भूगोलीय व्यवस्था की जानकारी पहले से ही है।

भीड़भाड़ वाले इलाकों में व्यवस्था को लेकर की चर्चा

शहर की ट्रैफिक व्यवस्था और जाम लगने को लेकर डीजीपी ने कहा कि पहले के मुकाबले हमारे पास डबल फोर्स है। अब जगह-जगह फ्लाईओवर बन चुके हैं, जिसके चलते अब उतनी पुलिस फोर्स की जरूरत नहीं पड़ती है। लेकिन फिर भी ऐसे बिंदु हैं, जहां लोगों की आवाजाही बहुत ज्यादा रहती है। ऐसी जगहों पर व्यवस्था ठीक करने पर विचार किया जा रहा है। भीड़भाड़ वाले इलाकों में व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई है। पहला उद्देश्य शहर में ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार करना है, ताकि लोगों को जाम की जैसी समस्या से छुटकारा मिल सके।

नगर निगम अधिकारियों पर दर्ज एफआईआर मामलों में ली जाएगी कानूनी राय

नूंह हिंसा पर हो रही कार्रवाई के सवाल पर डीजीपी ने कहा कि नूंह समेत आसपास के जिलों में बहुत सी एफआईआर दर्ज हुई हैं और बहुत से लोग गिरफ्तार भी हुए हैं। इस पर लगातार काम किया जा रहा है। सड़कों में बने गड्डों के चलते जान गंवाने वाले लोगों को लेकर नगर निगम अधिकारियों पर दर्ज एफआईआर मामलों पर गिरफ्तारी नहीं होने के सवाल पर डीजीपी ने कहा कि गड्डों को लेकर अधिकारियों पर क्रिमिनल केस के तहत कार्रवाई नहीं बनती, जबकि सिविल नजरिए से पीड़ितों को मुआवजे का प्रावधान जरूर बनता है। लेकिन फिर भी इस पर कानूनी राय ली जाएगी।

नशा तस्करों से सांठ गांठ करने वाले पुलिस कर्मियों पर होगी कार्रवाई

इस दौरान पत्रकारों ने डीजीपी से नशे पर भी सवाल किया। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ पुलिस की वहीं काबिले तारीफ है, लेकिन बहुत से पुलिसकर्मी नशा तस्करों से पैसा लेकर आंख मूंदकर बैठे हैं। जिस पर डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने कहा कि बिना सबूत कार्यवाही करना मुश्किल होता है, इसलिए यदि आपके संज्ञान में कोई मामला है तो उसे टोल फ्री नंबर पर आप सूचित करें। उस पर उचित कार्रवाई होगी। डीजीपी ने कहा कि नशा तस्करों से सांठ-गांठ करने वाले पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी।