Faridabad चिन्हित अपराधों की जांच को और प्रभावी बनाने के लिए डीसी विक्रम सिंह ने पुलिस अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि पॉक्सो एक्ट, एनडीपीएस कमर्शियल, रेप, मर्डर, एमटीपी, पीसी एक्ट करप्शन जैसे गंभीर अपराधों में पूरी गहनता से जांच होनी चाहिए, ताकि अदालत में ठोस केस प्रस्तुत किया जा सके और अपराधियों को सजा सुनिश्चित हो सके।
डीसी विक्रम सिंह सोमवार को लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग कोर्ट में जाने से पहले मामलों की गहरी जांच कर ठोस रिपोर्ट तैयार करे। खासकर सनसनीखेज मामलों में पुलिस कार्यवाही की विस्तृत जानकारी उन्हें दी जाए।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से होगी पेशी, ई-समन से बढ़ेगी पारदर्शिता
बैठक में डीसी ने आदेश दिया कि सभी आरोपियों की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कराई जाए। इससे प्रशासन का समय बचेगा और मामलों का निपटारा तेजी से होगा। साथ ही, चिन्हित अपराधों और अन्य महत्वपूर्ण मामलों में ई-समन जारी करने का निर्देश दिया गया, जिससे न्याय प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी।
उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि कोई भी अपराधी सबूतों की कमी के चलते अदालत से बचकर न निकलने पाए। कोर्ट में पेशी से पहले साक्ष्यों और तथ्यों की मजबूती सुनिश्चित करना पुलिस विभाग की प्राथमिक जिम्मेदारी होगी।
समीक्षा बैठक में जिला न्यायवादी, पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और संबंधित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।