Fatehabad में डी ग्रेड स्पोर्ट्स ग्रेडेशन के फर्जी सर्टिफिकेट जारी करने के मामले में पुलिस ने तत्कालीन जिला खेल अधिकारी (DSO) राजेंद्र सिंह बेरवाल और तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार किया। इन सर्टिफिकेट का उपयोग करके कई युवाओं ने खेल कोटे से नौकरी प्राप्त की थी।
जांच में सामने आया कि 2019-20 में खेल विभाग द्वारा जारी किए गए 122 सर्टिफिकेट में से 13 सर्टिफिकेट डी ग्रेड के थे, जिनके आधार पर कुछ युवाओं ने लोक निर्माण और सिंचाई विभाग में नौकरी हासिल की थी। पकड़े गए आरोपियों में मक्खन सिंह, महावीर सिंह और राहुल शामिल हैं, जिन्होंने इन फर्जी प्रमाण पत्रों का उपयोग किया।
धोखाधड़ी का केस दर्ज
जांच से पता चला कि इन व्यक्तियों ने कभी भी संबंधित खेल प्रतियोगिताओं में हिस्सा नहीं लिया था। इनके सर्टिफिकेट एक ही दिन और खेल में प्रथम स्थान का दावा करते हुए जारी किए गए थे, जबकि इनके सर्टिफिकेट में आवश्यक जानकारी जैसे जन्म तिथि, वजन, वर्ग, और स्थान की जानकारी तक नहीं थी।
सर्टिफिकेट कथित रूप से कराटे एसोसिएशन ऑफ चंडीगढ़ और कराटे एसोसिएशन ऑफ इंडिया के नाम पर बनाए गए थे। हालांकि, जांच में पता चला कि कराटे एसोसिएशन ऑफ चंडीगढ़ नाम की कोई संस्था ही अस्तित्व में नहीं है, और कराटे एसोसिएशन ऑफ इंडिया उस समय भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन का सदस्य भी नहीं था। फतेहाबाद पुलिस ने सभी आरोपियों पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।