Fmda kee chauthee baithak mein varsh 2023-24 ka 878.23 karod rupaye ka bajat manjoor, maastar plaan hoga taiyaar

एफएमडीए की चौथी बैठक में वर्ष 2023-24 का 878.23 करोड़ रुपये का बजट मंजूर, मास्टर प्लान होगा तैयार

फरीदाबाद हरियाणा

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जेवर एयरपोर्ट आने से फरीदाबाद व पलवल जिले में विकास की नयी संभावनाएं खुलीं हैं। ऐसे में जेवर के साथ लगते हरियाणा के फरीदाबाद व पलवल जिलों का सुनियोजित विकास हो, इसके लिए यमुना क्षेत्र को कंट्रोल एरिया घोषित कर नया मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल बुधवार को फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण (एफएमडीए) की चौथी बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में एफएमडीए के माध्यम से फरीदाबाद शहर के विकास को गति देने के लिए वर्ष 2023-24 के लिए कुल 878.23 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी गई। बैठक में केंद्रीय ऊर्जा एवं भारी उद्योग राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा, शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता मौजूद रहे।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने प्रस्तुत किया एजेंडा, सीएम ने दी मंजूरी

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बैठक में वर्ष 2031 तक भविष्य की जनसंख्या वृद्धि और संबंधित बुनियादी ढांचे के विकास की आवश्यकताओं की कल्पना करते हुए शहर के बुनियादी ढांचे में सुधार, नागरिक सेवाओं को बढ़ाने और बेहतर पर्यावरण में योगदान देने के लिए तैयार की गई प्रमुख परियोजनाओं को मंजूरी दी गई। एफएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ए. श्रीनिवास द्वारा विकास का एजेंडा प्रस्तुत किया गया। जिसे मुख्यमंत्री ने शहर के उत्थान और बड़े पैमाने पर जनता के लाभ के लिए मंजूरी प्रदान कर दी।

भविष्य के दृष्टिकोण और विजन के साथ मजबूत विकास योजना विकसित

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि फरीदाबाद के भविष्य के दृष्टिकोण और विजन के साथ एफएमडीए ने शहर में 2031 तक अनुमानित जनसंख्या वृद्धि को ध्यान में रखते हुए एक मजबूत विकास योजना विकसित की है। अगले कुछ वर्षो में फरीदाबाद के विस्तार और विकास में सहयोग के लिए आज प्राधिकरण की बैठक में कुछ प्रमुख विकास योजनाएं प्रस्तुत की गईं। कई प्रमुख प्रस्तावित परियोजनाओं को स्वीकृति दे दी गई है और आगे के कार्य क्षेत्र को समयबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा।

पेयजल आपूर्ति के विस्तार को मंजूरी, 5 नए लगेंगे रैनीवेल

मुख्यमंत्री ने कहा कि फरीदाबाद विकास योजना-2031 के अनुसार पूरे फरीदाबाद शहर की वर्तमान और संभावित आबादी के लिए थोक पेयजल की आपूर्ति के लिए मास्टर प्लान एफएमडीए द्वारा तैयार किया गया है। वर्तमान में फरीदाबाद में पानी की उपलब्धता 330 एमएलडी है। एफएमडीए की ओर से 12 नए रैनीवेल्स का निर्माण कार्य चल रहा है। जिससे आपूर्ति क्षमता 450 एमएलडी तक पहुंच जाएगी। बैठक में अतिरिक्त 22 रैनीवेल्स, 70 ट्यूबवेलों और बूस्टिंग स्टेशनों के निर्माण द्वारा वर्ष 2031 के लिए जल आपूर्ति को 450 एमएलडी से बढ़ाकर 700 एमएलडी करने का प्रस्ताव प्राधिकरण की बैठक में प्रस्तुत किया गया।

फरीदाबाद में होंगे कुल 56 रैनी वेल्स और 220 ट्यूबवेल

वर्ष 2028-2029 तक परियोजना के पूरा होने के बाद फरीदाबाद में कुल 56 रैनी वेल्स और 220 ट्यूबवेल होंगे, जो 39.55 लाख की अनुमानित आबादी को लगभग  700 एमएलडी की शुद्ध जल आपूर्ति प्रदान करने में मदद करेंगे। 3000 करोड़ रुपये की लागत वाली इन परियोजनाओं को सीएम ने बैठक में मंजूरी दी है।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इसके अतिरिक्त 294.15 करोड़ रुपये की परियोजना लागत से बड़खल और एनआईटी निर्वाचन क्षेत्र में जल आपूर्ति के पूरक के लिए गांव बसंतपुर के राजस्व संपदा में पांच रैनीवेल्स की स्थापना के लिए प्रशासनिक मंजूरी अनुमोदित की गई।

सीवरेज नेटवर्क होगा मजबूत, परियोजना को प्राधिकरण की मंजूरी

वर्तमान में फरीदाबाद में 380 एमएलडी कुल घरेलू अपशिष्ट जल के उपचार के लिए 272.5 एमएलडी क्षमता के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) उपलब्ध हैं। इसके अलावा वर्ष 2031 में घरेलू सीवेज उत्पादन 630 एमएलडी और वर्ष 2040 में 672 एमएलडी होगा। इस अंतर को पूरा करने और एफएमडीए के अविकसित क्षेत्र में सीवरेज प्रणाली में सुधार के लिए वर्ष 2040 के लिए कुल 277 एमएलडी क्षमता के 7 नए एसटीपी, पंपिंग स्टेशनों 287 किमी लंबाई की मुख्य सीवर लाइन का निर्माण की मंजूरी प्रदान की गई। साथ ही 122 एमएलडी एसटीपी प्रदान करके, 32 इंटरमीडिएट पंपिंग स्टेशनों का नवीनीकरण, 25 किमी नई मुख्य सीवर लाइन, 90 किमी मुख्य सीवर लाइन की डीसिल्टिंग के द्वारा फरीदाबाद नगर निगम में सीवरेज प्रणाली के पुनर्वास और उन्नयन का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया। 1550 करोड़ रुपये की लागत से क्रियान्वित होने वाली इस परियोजना को प्राधिकरण ने मंजूरी दे दी है।

आगरा नहर के साथ 20 किमी लंबी सड़क होगी चार लेन

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि ग्रेटर फरीदाबाद में आगरा नहर के साथ लगी 20 किमी लंबी सड़क पर दो अतिरिक्त लेन के निर्माण और मौजूदा दो-लेन के सुदृढ़ीकरण के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। उत्तर प्रदेश सरकार के साथ मिलकर इस मार्ग के माध्यम से यात्रियों को दिल्ली, नोएडा और मेरठ, बुलंदशहर या यमुना एक्सप्रेस-वे से आवागमन में सुविधा बढ़ेगी।