हरियाणा के मंत्री अनिल विज, जो अक्सर अधिकारियों के कामकाज से नाराज रहते हैं, एक बार फिर गुस्से में हैं। इस बार उन्होंने अधिकारियों पर आदेशों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है और ग्रेवेसी कमेटी की बैठक में जाने से इंकार कर दिया है। इसके साथ ही, उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि अगर हालात नहीं सुधरे, तो वह आमरण अनशन पर भी जा सकते हैं।
अनिल विज ने अपने गुस्से का इज़हार करते हुए कहा, “अगर अधिकारियों को हमारी बात माननी ही नहीं है तो हम क्यों बैठक करें?” उन्होंने यह भी कहा कि अंबाला की जनता ने उन्हें सात बार विधायक चुना है, और उनके लिए अगर आंदोलन करना पड़ा, तो वह पीछे नहीं हटेंगे। साथ ही, विज ने यह भी कहा कि अगर आंदोलन के तौर पर उन्हें किसान नेता डल्लेवाल की तरह आमरण अनशन करना पड़ा, तो वह भी करेंगे।
बता दें कि इससे पहले शपथग्रहण के बाद अनिल विज ने अधिकारियों की मीटिंग बुलाई थी। हालांकि जब वे शाम के वक्त अंबाला कैंट पहुंचे। जहां कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। इसके बाद वे अफसरों से मीटिंग करने के लिए पहुंचे। मगर, इस मीटिंग में एडीसी और एसडीएम के अलावा कुछ ही अफसर पहुंचे थे। इस पर विज ने सख्त लहजे में पूछा कि बाकी के अफसर कहां हैं?। विज का ये रूप देख अफसर भी एक-दूसरे का मुंह ताकने लगे।
मीटिंग में एडीसी अपराजिता और एसडीएम सतिंदर सिवाच भी पहुंचे हुए थे। उन्होंने कुछ दलीलें देने की कोशिश की लेकिन विज उससे संतुष्ट नहीं हुए और उन्हें भी बाहर जाने को कह दिया।
अनिल विज मीटिंग हॉल में आए इस दौरान उनके बगल में एडीसी अपराजिता बैठीं थी। अपने आगे बैठे अधिकारियों की तरफ मुस्कुराते हुए सबसे पहले विज ने अधिकारियों का हाल चाल पूछा। तभी उन्होंने एक नजर से पूरे हॉल में बैठे अधिकारियों को देखा और अपने बगल में बैठे अधिकारियों से कहा कि बाकी का डिपार्टमेंट कहां है? कहीं नजर नहीं आ रहा।
विज का ये सवाल सुनते ही उनके बगल में बैठी एडीसी भी अपने बगल में बैठे दूसरे अधिकारी से गुपचुप कुछ बात करने लगीं और वो आगे बैठे अन्य अफसरों की तरफ देखने लगीं।
इस दौरान एडीसी ने विज को समझाने का प्रयास किया की सभी लोग यहां पर हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि यहां पर एसडीएम हैं, डीसीपी हैं और मैं खुद भी हूं। साथ ही उन्होंने कहा – सेक्रेटरी से सारे लोगों को मैसेज किया है सर, कमेटी के ऑफिसर भी यहां पर हैं।
विज बोले- क्या मुझे यहां सड़क बनवानी है?
एडीसी का जवाब सुन विज ने कहा- कमेटी का क्या मतलब डिस्ट्रिक्ट के ऑफिसर होने चाहिए। उन्होंने कहा- कमेटी के लोगों से मैंने क्या करना है? मैंने यहां सड़क बनवानी है? अरे ये चीजें रॉन्ग हैं…नहीं नहीं। आप जाओ बॉस.. दिस इस रॉन्ग.. नौ नौ वेरी रॉन्ग.. मैं कोई पहली बार मंत्री बना हूं?
विज की ये बातें सुन एडीसी ने कहा कि वो इस बात का ध्यान रखेंगी।
विज बोले- ऑफिसर्स, प्लीज लीव द रूम
तभी एक सिपाही अनिल विज के पास आया और उनसे कुछ कहने लगा। जिसके जवाब में विज ने फिर पूछा- बाकी ऑफिसर कहां हैं? इतने डिपार्टमेंट हैं, कहां हैं बाकी? प्रायर इन्फॉर्मेशन थी, इन्फॉर्मेशन हमने 2 बजे दे दी थी, 6 बज गए हैं। चार घंटे में ऑफिसर्स नहीं पहुंच सकते हैं? फिर उन्होंने गुस्से में कहा- कैंसिल, आप लोग जाओ बॉस, फिर देखेंगे। ऑफिसर्स प्लीज लीव द रूम। विज के ऐसा कहते ही एडीसी वहां से उठ गईं। उन्होंने कहा कि हम बाहर हैं। तो फिर विज ने कहा- हां.. हम अपनी कर लेंगे।