पानीपत जिले में तीन महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना के मामले में एसपी अजीत सिंह शेखावत ने कहा कि 10 से 15 संदिग्ध लोगों की पहचान की गई है. आरोपियों की धरपकड़ के लिए 100 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे.
जिले में दो अपराधिक घटनाओं के मामले में पुलिस ने जांच तेज कर दी है. बुधवार देर रात जिले के मतलौडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत लूट के बाद तीन महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था. वहीं, दूसरी घटना में दंपति के साथ मारपीट के बाद महिला की हत्या कर दी गई थी।
बता दें कि मतलौडा क्षेत्र में मछली फार्म पर चौकीदार के परिवार के साथ मारपीट कर लूटपाट व महिला की हत्या और डेरे पर लूटपाट कर तीन महिलाओं से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस अब तक खाली हाथ है। पुलिस वारदात के 42 घंटे बाद भी गुत्थी नहीं सुलझा पाई है। वैसे अब तक करीब 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। इसके बावजूद पुलिस को इस मामले में अब तक कोई ठोस सुराग नहीं मिला है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सोनीपत एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने भी घटनास्थल का मुआयना किया और बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है।

सीसीटीवी खंगालने का चल रहा काम
पुलिस इलाके में लगे सभी सीसीटीवी फुटेज खंगालने का काम कर रही। हर रास्ते पर लोगों से बातचीत करने का भी प्रयास कर रही है। एसपी अजीत सिंह शेखावत ने कहा कि पूरे मामले की हमारी टीम गहनता से जांच कर रही है। जल्द ही हम इस घटना से पर्दा हटाने का काम करेंगे। आपको बता दें कि बदमाशों ने बुधवार की रात करीब 1 बजे दोनों वारदातों को अंजाम दिया था, लेकिन अभी तक पुलिस मुख्य आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई है और सस्पेक्टेड लोगों से अब तक पूछताछ कर रही है।
48 घंटे बीत गए अपराधी पहुंच से दूर
बेखौफ चार बदमाशों द्वारा दुस्साहसिक तरीके से पहले लूटपाट के दौरान महिला की हत्या फिर तीन महिलाओं से सामूहिक दुष्कर्म की घटना से पूरा हरियाणा गुस्से में है। राज्य ही नहीं देश में जिसने भी इस घटना के बारे में सुना, उसने मुटि्ठयां भींच ली होंगी। जिस राष्ट्र और राज्य की संस्कृति में महिलाओं को पूजने जैसी परंपरा हो, वहां ऐसा महापाप अपराधियों के प्रति मन घृणा से भर देता है। वारदात को हुए कोई 48 घंटे बीत गए, लेकिन जांच में जुटी करीब 100 पुलिस वालों की टीम अभी भी खाली हाथ ही है। अपराधी पहुंच से दूर हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद गांव में अब तक पक्ष-विपक्ष का कोई प्रमुख जनप्रतिनिधि व महिला संगठन का सदस्य पीड़ित परिवार को ढांढ़स बंधाने तक नहीं पहुंचा।