रामकुमार गौतम ने गऊसाला में पहुंचकर विधानसभा चुनाव के दौरान की चुनौतियों का जिक्र किया और कांग्रेस पार्टी, मीडिया और सट्टा व्यापारियों को घेरते हुए कहा कि यह चुनाव बेहद खतरनाक था। उन्होंने बताया कि सफीदों में उनकी जीत आसान नहीं थी और चुनाव में मिली 50 हजार की लीड कोई छोटी बात नहीं है।
दादा गौतम ने भाजपा सरकार के कार्यों का जोरदार समर्थन किया, विशेष रूप से गाय माता के मुद्दे पर कांग्रेस की चुप्पी को लेकर। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने हमेशा गाय माता का ख्याल रखा, जबकि कांग्रेस इस मुद्दे पर मौन रही। इसके साथ ही, उन्होंने भाजपा सरकार के समय में समाज के विभिन्न वर्गों के लिए किए गए विकास कार्यों का भी बखान किया।
गांव में भाजपा के प्रचार को लेकर दादा गौतम ने जाट समुदाय और अन्य समाजों के योगदान को स्वीकार किया और साथ ही कहा कि भाजपा ही देश और प्रदेश की असली ताकत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी गाय माता के बारे में नहीं सोचा, जबकि भाजपा ने इस मुद्दे पर ध्यान दिया।
गौतम ने भाजपा के कामकाज की सराहना की और दावा किया कि बीजेपी सरकार के बाद बच्चों को अब स्कूलों में चिल्लाकर घुमने की बजाय सम्मान मिलता है। इसके अलावा, गौतम ने जाट और चमार समुदाय के लिए भी अलग-अलग टिप्पणियां की, और भाजपा के अच्छे कामों का हवाला देते हुए अपनी निष्ठा दिखाई। साथ ही, उन्होंने मोदी सरकार द्वारा धारा 370 हटाने और अन्य कदमों की तारीफ की। उन्होंने यह भी कहा कि अंबेडकर के नाम पर राजनीति करने वाले लोग संविधान से नफरत करते हैं।