➤ समालखा में बाल संस्कार शिविर का तीसरा दिन प्रेरणादायक गतिविधियों के साथ संपन्न
➤ बच्चों को प्राणायाम, देशभक्ति गीत और कर्म-संस्कार की शिक्षा दी गई
➤ गीता परिवार के पंचसूत्रीय कार्यक्रम को कहानियों व गीतों के माध्यम से समझाया गया
समालखा में गीता परिवार द्वारा आयोजित बाल संस्कार एवं व्यक्तिगत विकास शिविर का तीसरा दिन भी उत्साहपूर्वक और सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत गीता परिवार के समर्पित कार्यकर्ताओं द्वारा नित्य प्रार्थना से की गई। इसके पश्चात मीनू गोयल ने बच्चों को प्राणायाम का अभ्यास कराकर शारीरिक और मानसिक संतुलन की महत्ता बताई।
डॉ. राजेश भारद्वाज ने ‘कर्म और संस्कार’ के महत्व पर विस्तार से मार्गदर्शन देते हुए जीवन में नैतिक मूल्यों की भूमिका पर प्रकाश डाला। सुनीता खन्ना ने गीता परिवार द्वारा संचालित पंच सूत्रीय कार्यक्रम को एक प्रेरणादायक कहानी के माध्यम से अत्यंत रोचक शैली में बच्चों के समक्ष प्रस्तुत किया। इस क्रम में सुनीता खन्ना और किरण मित्तल ने सभी विद्यार्थियों से सामूहिक रूप से देशभक्ति गीत का गायन करवाया, जिससे वातावरण में देशप्रेम की भावना उमड़ पड़ी।
वरुण तिवारी ने शिविर में उपस्थित विद्यार्थियों के साथ रोचक गतिविधियाँ आयोजित कीं, जिसमें बाल घोषणाओं के महत्व को सरल और प्रेरक अंदाज में समझाया गया। शिविर के दौरान बंसल, अनुराग गुप्ता, प्रवीण कुमार, लाजवंती और वर्षा की सक्रिय उपस्थिति रही, जिन्होंने कार्यक्रम को सशक्त बनाने में सहयोग दिया।
यह शिविर न केवल बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को पोषित कर रहा है, बल्कि उनमें राष्ट्रभक्ति, संस्कार और जिम्मेदारी का भाव भी विकसित कर रहा है।