Haryana सरकार ने 70 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों के लिए सालाना 5 लाख रुपये तक मुफ्त उपचार की योजना लागू कर दी है। इस योजना के तहत अब तक 8,043 बुजुर्गों को 16 करोड़ रुपये का मुफ्त इलाज मिल चुका है। यह योजना आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीब परिवारों को भी पांच लाख रुपये तक के उपचार का लाभ प्रदान करती है।
अन्य सुविधाएं:
- 1 लाख 80 हजार से 3 लाख रुपये तक सालाना आय वाले परिवारों के लिए 1500 रुपये के सालाना अंशदान पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध है।
- अब तक 18.80 लाख लोगों ने इस योजना का लाभ लिया है, जिनकी चिकित्सा लागत 2494 करोड़ रुपये से अधिक रही है।
- 18 अक्टूबर 2024 से नायब सरकार ने किडनी रोगियों के लिए मुफ्त डायलिसिस की सुविधा शुरू की है, जो 20 जिला अस्पतालों के अलावा करनाल, नूंह, रोहतक और अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध है।
नए मेडिकल कॉलेज और स्वास्थ्य योजनाएं:
- फरीदाबाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की नींव रखी थी। यह कॉलेज 500 बिस्तरों के साथ 625 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा।
- सभी जिलों में मेडिकल कॉलेजों का निर्माण जारी है, और राज्य में वर्तमान में 15 मेडिकल कॉलेज काम कर रहे हैं, जबकि 11 मेडिकल कॉलेजों का निर्माण चल रहा है।
- करनाल में पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय का काम पूरा हो चुका है और यह जल्द ही ऑपरेशनल होगा।
- कुरुक्षेत्र में श्री कृष्ण आयुष विश्वविद्यालय में अब तक 53 चिकित्सक आयुर्वेद में एमडी कर चुके हैं।
- पंचकूला के राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में ओपीडी और बीएएमएस कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। वहीं, नारनौल के पट्टीकरा में बाबा खेता नाथ सरकारी आयुर्वेदिक कॉलेज में बीएएमएस के तीसरे बैच के लिए एडमिशन हुए हैं।
मुख्य बिंदु:
- 70+ बुजुर्गों को पांच लाख रुपये तक मुफ्त इलाज।
- 18 अक्तूबर, 2024 से मुफ्त डायलिसिस सेवा की शुरुआत।
- स्वास्थ्य क्षेत्र में मेडिकल कॉलेजों और आयुष विश्वविद्यालयों का विकास जारी।