दिल्ली-एनसीआर में जब भी तेजी से विकसित होते रियल एस्टेट बाजार की बात होती है, तो अब तक नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गुड़गांव का नाम सबसे पहले आता था। लेकिन अब फरीदाबाद, खासकर ग्रेटर फरीदाबाद, एक नए रियल एस्टेट हब के रूप में उभर रहा है। तेजी से हो रहे इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, शानदार कनेक्टिविटी और लगातार बढ़ती प्रॉपर्टी डिमांड ने इसे इन्वेस्टर्स और होमबायर्स के लिए एक आकर्षक विकल्प बना दिया है।

ग्रेटर फरीदाबाद: क्यों बन रहा है रियल एस्टेट का नया केंद्र
1. एक्सप्रेसवे और मेट्रो से मजबूत हुई कनेक्टिविटी
किसी भी शहर के विकास में कनेक्टिविटी की अहम भूमिका होती है। ग्रेटर फरीदाबाद इस मामले में तेजी से आगे बढ़ रहा है:
- दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे: इस हाईवे के बनने से दिल्ली और मुंबई के बीच यात्रा का समय घटेगा और इसका सीधा फायदा फरीदाबाद को मिलेगा।
- फरीदाबाद-जेवर एक्सप्रेसवे: इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से फरीदाबाद से नोएडा और जेवर एयरपोर्ट तक कनेक्टिविटी शानदार हो जाएगी, जिससे बिजनेस और रियल एस्टेट को बढ़ावा मिलेगा।
- FNG (फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद) कॉरिडोर: यह कॉरिडोर फरीदाबाद को सीधे नोएडा और गाजियाबाद से जोड़ेगा, जिससे दैनिक यात्रियों को बहुत फायदा होगा।
- मेट्रो विस्तार: दिल्ली मेट्रो की वॉयलेट लाइन (बदरपुर से बल्लभगढ़) के विस्तार से फरीदाबाद और दिल्ली के बीच सफर आसान हो गया है। आने वाले समय में यह ग्रेटर फरीदाबाद तक भी जाएगी।

2. लग्जरी हाउसिंग और हाई-राइज सोसाइटीज़ की बढ़ती मांग
एक समय था जब फरीदाबाद को केवल इंडस्ट्रियल हब के रूप में जाना जाता था, लेकिन अब यहां तेजी से हाई-राइज अपार्टमेंट्स, गेटेड कम्युनिटीज और लग्जरी हाउसिंग प्रोजेक्ट्स बनाए जा रहे हैं।
- ओमैक्स, गॉडरेज, एसएस ग्रुप, टाटा और एल्डेको जैसे बड़े डेवलपर्स ने ग्रेटर फरीदाबाद में शानदार टाउनशिप और लग्जरी प्रोजेक्ट्स लॉन्च किए हैं।
- एनारॉक की रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 की पहली छमाही में फरीदाबाद में कुल 6,205 यूनिट्स बिकीं, जिनमें से 715 यूनिट्स लग्जरी सेगमेंट में थीं।
- बढ़ती कॉर्पोरेट प्रेजेंस और नोएडा-गुड़गांव जैसे शहरों से ज्यादा किफायती रेट्स की वजह से ग्रेटर फरीदाबाद अब मिड और प्रीमियम सेगमेंट के होमबायर्स के लिए आकर्षक विकल्प बन गया है।

3. बढ़िया इंफ्रास्ट्रक्चर और आधुनिक सुविधाएं:
- एशिया के सबसे बड़े प्राइवेट अस्पतालों में से एक, अमृता अस्पताल, 2022 में फरीदाबाद में खोला गया। यह 2,600 बेड्स वाला मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल है, जो स्वास्थ्य सेवाओं को एक नया स्तर दे रहा है।
- आईटी और इंडस्ट्रियल हब का विकास – सरकार यहां आईटी कंपनियों और स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए नई नीतियां बना रही है, जिससे आने वाले सालों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
- शिक्षा और मनोरंजन हब – दिल्ली पब्लिक स्कूल, मॉडर्न डीपीएस, मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल जैसे प्रतिष्ठित स्कूल और ईएसएस वर्ल्ड मॉल, सीटी स्क्वायर मॉल जैसी सुविधाएं इसे एक पूर्ण रूप से विकसित शहर बनाने में योगदान दे रही हैं।

4. सस्ता लेकिन प्रीमियम: निवेशकों और होमबायर्स के लिए सुनहरा मौका
नोएडा और गुड़गांव की तुलना में फरीदाबाद में प्रॉपर्टी की कीमतें 20-30% तक कम हैं, लेकिन सुविधाओं के मामले में यह पीछे नहीं है।
- नोएडा और गुड़गांव में प्रॉपर्टी की कीमतें पहले ही बहुत ज्यादा बढ़ चुकी हैं, जबकि फरीदाबाद में अभी भी ग्रोथ का काफी स्कोप है। यही कारण है कि निवेशक यहां बड़ी संख्या में आकर्षित हो रहे हैं।
प्रॉपर्टी विशेषज्ञों का कहना है कि फरीदाबाद अब एक उभरता हुआ शहरी केंद्र बन चुका है। इसकी बेहतरीन कनेक्टिविटी और मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर इसे रियल एस्टेट निवेश के लिए एक शानदार विकल्प बनाते हैं। एनसीआर में लग्जरी घरों की मांग तेजी से बढ़ रही है। 2024 के पहले 9 महीनों में इस सेगमेंट में 96% की वृद्धि देखी गई है। फरीदाबाद अपनी कॉम्पिटिटिव प्राइसिंग और बेहतर इंफ्रा के चलते लग्जरी सेगमेंट के लिए नया डेस्टिनेशन बन रहा है।

आने वाले 5 साल: फरीदाबाद बनेगा NCR का अगला बड़ा हब?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगले 5 से 7 वर्षों में फरीदाबाद की प्रॉपर्टी वैल्यू में 40-50% तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
- नई सड़क परियोजनाएं, मेट्रो विस्तार और इंडस्ट्रियल ग्रोथ इसे और आकर्षक बनाएंगे।
- दिल्ली से बढ़ते रियल एस्टेट संकट और नोएडा-गुड़गांव की ऊंची कीमतों के चलते लोग तेजी से फरीदाबाद की ओर रुख कर रहे हैं।