गुरुग्राम : आयुष्मान भारत योजना को विस्तार देकर स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ोतरी व आयुष्मान योजना में बचे हुए पात्र लाभार्थियों को योजना का लाभ सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बुधवार को आयुष्मान भव: अभियान का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम का आयोजन सेक्टर 10 स्थित नागरिक अस्पताल में किया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू द्वारा राष्ट्रीय स्तर के अभियान के शुभारंभ कार्यक्रम का वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से लाइव प्रसारण किया गया था।
एडीसी हितेश कुमार मीणा ने सेक्टर 10 स्थित नागरिक अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। उन्होंने अपने संबोधन में अभियान की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया ‘आयुष्मान भव:’ अभियान एक व्यापक राष्ट्रव्यापी स्वास्थ्य सेवा पहल है। जिसका उद्देश्य देश के हर गांव और शहर तक पहुंचने वाली स्वास्थ्य सेवाओं की अधिकतम कवरेज प्रदान करना है।
स्वास्थ्य सेवाओं में परिवर्तन का प्रतीक
यह अभूतपूर्व पहल आयुष्मान भारत कार्यक्रम की सफलता पर आधारित है और स्वास्थ्य सेवाओं में परिवर्तन का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि 31 दिसंबर तक चलने वाले इस अभियान में 17 सितंबर से 2 अक्टूबर, 2023 तक सेवा पखवाड़ा लागू किया जाएगा। यह पूरे राष्ट्र और पूरे समाज के दृष्टिकोण का प्रतीक है। यह सरकारी क्षेत्रों, नागरिक समाज संगठनों और समुदायों को एक सामान्य मिशन के तहत एकजुट करता है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रत्येक व्यक्ति को बिना किसी असमानता के आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त हों।
समाज में अंगदान के प्रति जागरूकता लानी होगी : एडीसी
एडीसी ने कहा कि स्वच्छता और स्वास्थ्य एक-दूसरे के पूरक है। ऐसे में सभी जिलावासी 02 अक्टूबर को अपने-अपने संबंधित क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान में अपनी सहभागिता अवश्य सुनिश्चित करें। एडीसी ने अपने संबोधन में अंग-दान और रक्तदान के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि हमें अपना जीवन वैश्विक कल्याण को समर्पित करते हुए समाज में अंगदान के प्रति जागरूकता लानी होगी। उन्होंने बताया कि आयुष्मान भव अभियान के तहत जारी कार्यक्रम में सभी नागरिकों को अंग दान के प्रति प्रेरित करते हुए शपथ भी दिलाई जाएगी। इसके साथ साथ सभी उपमंडल नागरिक अस्पतालों सहित शहर के नागरिक अस्पताल में रक्तदान शिविर भी लगाए जाएंगे।
स्वास्थ्य सेवाओं के कवरेज को अधिकतम करना
कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव ने कहा कि अभियान का उद्देश्य अपने तीन घटकों आयुष्मान-आपके द्वार 3.0, स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों (एचडब्ल्यूसी) और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) और हर गांव और पंचायत में आयुष्मान सभाओं में आयुष्मान मेलों के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं के कवरेज को अधिकतम करना है।
आयुष्मान आपके द्वार 3.0
इस पहल का उद्देश्य पीएम-जेएवाई योजना के तहत नामांकित शेष पात्र लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड प्रदान करना है और यह सुनिश्चित करना कि अधिकाधिक व्यक्तियों की स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच हो। आयुष्मान भारत- एचडब्ल्यूसी और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में आयोजित होने वाले इन मेलों से आभा आईडी (स्वास्थ्य आईडी) जारी करने और आयुष्मान भारत कार्ड जारी करने में सुविधा होगी। वे प्रारंभिक निदान, व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं, विशेषज्ञों के साथ टेलीकंसल्टेशन और उचित निदान भी प्रदान करेंगे।
आयुष्मान सभाएं
डॉ. यादव ने बताया कि प्रत्येक गांव और पंचायत में ये सभाएं आयुष्मान कार्ड वितरित करने, एबीएचए आईडी बनाने, और महत्वपूर्ण स्वास्थ्य योजनाओं और रोग की स्थितियों, जैसे गैर-संचारी रोग, तपेदिक (निक्षय मित्र), सिकल सेल रोग, साथ ही रक्तदान और अंग दान अभियान के बारे में जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
कार्यक्रम में आयुष्मान भारत के जिला नोडल अधिकारी एवं उप सिविल सर्जन डॉ. अनुज गर्ग ने बताया कि इस विशेष अभियान आयुष्मान आपके द्वार के तहत गांव, खण्ड एवं जिला स्तर पर आयुष्मान भारत चिरायु स्कीम के 1.80 लाख रुपये तक आय वाले परिवारों के निशुल्क तथा 3 लाख रुपए तक की आय वाले परिवारों से 1500 रुपए प्रति परिवार प्रति वर्ष लेकर जिला के नागरिकों के स्वास्थ्य कार्ड भी बनाए जांएगें।
इसके साथ ही हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटरों पर जिला में स्थित मेडिकल कॉलेज की सहायता से हर सप्ताह शनिवार व रविवार को आयुष्मान मेले लगाए जाएंगे। इनमें मधुमेह, बीपी, कैंसर, मुंह, सरवाईकल, तपेदिक, कुष्ठ रोग, संक्रामक रोग, मातृत्व एवं बाल स्वास्थ्य, प्रतिरक्षण, आंखों की जांच जैसे स्वास्थ्य कार्य किए जाएगें। कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक व कर्मचारियों सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।