अगर आपके घर में कोई भीख मांगने आए तो उस पर दया करके भीख देने से पहले जरा विचार कर ले। जी हां दिल्ली एनसीआर में एक ऐसा गिरोह एक्टिव है जो भीख मांगने के बाद चोरी की वारदात को अंजाम देता है। Gurugram पुलिस ने ऐसे ही अंतर राज्य बागरिया गैंग के पांच सदस्यों को गुरुग्राम पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
गुरुग्राम पुलिस प्रवक्ता संदीप की माने तो बागरिया गैंग के सदस्य इतने शातिर थे कि पहले यह किसी एरिया को आईडेंटिफाई करते थेम फिर वहां आसपास झुगी डालकर रहने लगते थे। दिन के समय खाना मांगने के बहाने से क्षेत्र में जाते और मकानों की रैकी करते थे। जो मकान बंद मिलता या ताला लगा हुआ मिलता तो ये उस मकान का ताला तोड़कर दिन के समय ही मकान में घुस जाते है।
2 साथी मकान के बाहर रखते है नजर
इनके 2 साथी मकान के बाहर रहकर निगरानी करते, मकान से चोरी करने के बाद एक व्यक्ति चोरी किए हुए सामान को सुनार पन्नालाल को देने के लिए राजस्थान चला जाता था। इसके बाद यह उस स्थान को छोड़ देते थे और किसी और शहर को चिन्हित करके वहां जाकर अपना डेरा डाल लेते।
पुलिस प्रवक्ता संदीप की माने तो पुलिस आरोपियों की पहचान विनोद,बाबूलाल उर्फ सोनू,बंटी, मंगल और सुनार पन्नालाल के रूप में हुई है ये आरोपी इतने शातिर थे कि ये शहर बदलते रहते थे और एक स्थान पर करीब 15 से 20 दिन ही रुकते थे। पुलिस पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ की आरोपियों ने गुरुग्राम में 8 वारदातों, दिल्ली से चोरी की 2 वारदातों को दिया है।
वही पुलिस ने जब आरोपियों की अपराधिक कुंडली खंगाली तो पता चला आरोपियों के खिलाफ दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों में सेंधमारी/गृह-भेदन/चोरी करने के 1 दर्जन से भी अधिक मामले दर्ज है और ये पहले भी जेल जा चुके है और आदतन अपराधी है। बहरहाल अब पुलिस आरोपियों से गहनता से तफ्तीश करने में जुटी है।