हरियाणा के करनाल के अंजनथली रोड पर एक किसान के खेत का दौरा करते हुए कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि खेतों तक पहुंचने वाले रास्ते किसानों के लिए नेशनल हाइवे के समान हैं। उन्होंने घोषणा की कि सरकार के एजेंडे और घोषणा पत्र के तहत इन कच्चे रास्तों को पक्का करने की योजना है। मंत्री राणा ने कहा कि नेशनल हाइवे पर किसान कभी-कभी ही जाते हैं, लेकिन खेतों में उनका आना-जाना प्रतिदिन दो से तीन बार होता है, इसलिए खेतों के रास्तों को पक्का करना सरकार की प्राथमिकता है।
राणा ने करनाल के तरावड़ी क्षेत्र में फसल अवशेष प्रबंधन के तहत चल रही परियोजनाओं की समीक्षा के दौरान कहा कि पराली जलाने के बजाय इसे खेत में मिलाने से भूमि की उर्वरक क्षमता बढ़ती है, अनाज का उत्पादन अधिक होता है और खाद की जरूरत भी कम होती है।
कृषि यंत्रों पर सब्सिडी को लेकर राणा ने बताया कि सरकार ने किसानों के लिए सुपर सीडर जैसे यंत्रों पर सब्सिडी प्रदान की है। अब तक 1,882 मशीनों पर सब्सिडी दी गई है, ताकि पराली प्रबंधन को बढ़ावा दिया जा सके और पराली जलाने की घटनाएं न्यूनतम स्तर तक आ सकें। राणा ने किसानों का हौसला बढ़ाने के लिए अधिकारियों को भी सक्रिय करने पर जोर दिया।
सुरजेवाला पर पलटवार
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला के एमएसपी पर हरियाणा सरकार पर आरोप लगाने के जवाब में कृषि मंत्री राणा ने सुरजेवाला को राजस्थान की स्थिति पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी। राणा ने कहा कि हरियाणा में सभी फसलों पर एमएसपी दी जा रही है, और कांग्रेस-शासित राज्यों में एमएसपी का पालन किया जा रहा है या नहीं, इसे भी जांचना चाहिए।