➤24 अगस्त को दिल्ली में नवनियुक्त जिलाध्यक्षों की बैठक
➤AICC की टीम लेगी फीडबैक और करेगी संगठन पर मंथन
➤बड़े नेताओं को नहीं बुलाया गया, विधायक रहेंगे मानसून सत्र में व्यस्त
हरियाणा कांग्रेस ने हाल ही में 11 साल बाद अपने जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की है और अब इन नवनियुक्त अध्यक्षों को संगठन की दिशा और रणनीति समझाने के लिए 24 अगस्त को दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है। यह बैठक दिल्ली स्थित इंदिरा भवन में होगी, जहां ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) की टीम जिलाध्यक्षों से सीधे फीडबैक लेगी और संगठन निर्माण को लेकर मंथन करेगी।
इस बैठक की खास बात यह है कि हरियाणा के बड़े नेताओं को इसमें आमंत्रित नहीं किया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सभी कांग्रेस विधायक चंडीगढ़ में विधानसभा के मानसून सत्र की तैयारियों में व्यस्त रहेंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार, विधानसभा सत्र के दौरान कांग्रेस विधायक अलग बैठक करेंगे, जिसमें प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई जाएगी।
कांग्रेस ने 12 अगस्त को हरियाणा में 32 जिलाध्यक्षों की घोषणा की थी। पार्टी के इस फैसले में भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुट का दबदबा साफ दिखाई दिया, हालांकि कुमारी शैलजा खेमे के नेताओं को भी संगठन में जगह दी गई है। अभी पानीपत शहरी जिलाध्यक्ष की नियुक्ति लंबित है।
इस नियुक्ति प्रक्रिया के पीछे सीधे राहुल गांधी की भूमिका रही। उन्होंने 4 जून 2025 को चंडीगढ़ का दौरा कर कांग्रेस नेताओं से मुलाकात की थी और संगठन निर्माण का जिम्मा खुद संभाला था। उनके निर्देश पर AICC पर्यवेक्षकों ने प्रदेश के 22 जिलों का दौरा किया और स्थानीय नेताओं व कार्यकर्ताओं से बातचीत कर पैनल तैयार किए। इसके बाद AICC के महासचिव केसी वेणुगोपाल और वरिष्ठ नेता बीके हरिप्रसाद ने पैनलों पर गहन चर्चा कर अंतिम सूची को मंजूरी दी।
दिलचस्प बात यह है कि जिन नेताओं ने 2024 विधानसभा चुनाव लड़ा और हार का सामना किया, उनमें से तीन को भी जिलाध्यक्ष का पद दिया गया है। इनमें अंबाला कैंट के परविंदर परी, भिवानी ग्रामीण के अनिरुद्ध चौधरी और गुरुग्राम ग्रामीण के वर्धन यादव शामिल हैं। तीनों भाजपा प्रत्याशियों से पराजित हुए थे, लेकिन अब उन्हें संगठन की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
गौरतलब है कि जिलाध्यक्षों की नियुक्ति का ऐलान पहले 30 जून तक होना था, जिसे बढ़ाकर 31 जुलाई कर दिया गया था। लंबे इंतजार के बाद आखिरकार 12 अगस्त को देर शाम कांग्रेस ने जिलाध्यक्षों की लिस्ट जारी कर दी। अब 24 अगस्त की बैठक में इन नए जिलाध्यक्षों की पहली परीक्षा होगी, जहां उनसे संगठन के लिए उनके विजन और योजनाओं पर चर्चा की जाएगी।
यह बैठक हरियाणा कांग्रेस के लिए एक अहम पड़ाव मानी जा रही है, क्योंकि विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को मजबूत संगठन की जरूरत है। AICC की इस बैठक से प्रदेश कांग्रेस में नई ऊर्जा का संचार होने की उम्मीद है।