Chandigarh हरियाणा विधानसभा के पूर्व स्पीकर और कांग्रेस नेता कुलदीप शर्मा ने कांग्रेस की हार के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने नगर निगम चुनावों के मद्देनजर पार्टी को एकजुट होने की सलाह दी और कहा कि कांग्रेस नेताओं को अपना अहम त्यागकर पार्टी के भविष्य के लिए विचार करना चाहिए।
कुलदीप शर्मा ने फेसबुक लाइव के माध्यम से कहा कि पार्टी के भीतर मनमुटाव और आपसी बयानबाजी ने कार्यकर्ताओं और जनता को निराश किया है। उन्होंने कहा कि अगर किसी नेता को लगता है कि वह कांग्रेस से बड़ा है, तो उसे पार्टी छोड़कर चुनाव लड़कर अपनी स्थिति देखनी चाहिए। पार्टी को स्थिरता और एकता की जरूरत है। भाजपा निकायों पर प्रभाव बनाए रखती है, ऐसे में कांग्रेस को भी अपनी स्थिति मजबूत करनी होगी।
कुलदीप शर्मा ने बताया कि वह कांग्रेस हाईकमान को पत्र लिखकर हरियाणा कांग्रेस की स्थिति पर ध्यान देने की अपील करेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी नेताओं को साथ बैठने के लिए हाईकमान को पहल करनी चाहिए। 53 स्थानीय निकायों के चुनाव आने वाले हैं। यह कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण समय है। हमें अपनी रणनीति पर गहन चर्चा करनी होगी।
कुलदीप ने कांग्रेस की हार पर चर्चा करते हुए कहा कि पार्टी को ब्राह्मण, वैश्य, और पंजाबी जैसे वर्गों का समर्थन मिलता रहा है, लेकिन अब ये वर्ग कांग्रेस से दूर हो गए हैं। उन्होंने कहा, “क्या केवल एक वर्ग के भरोसे कांग्रेस चल सकती है? हमें सभी वर्गों को साथ लेकर चलना होगा और उनके विश्वास को दोबारा जीतना होगा।
अपनी गलतियों से हारे, हार की जिम्मेदारी लें
कुलदीप शर्मा ने कहा कि कांग्रेस अपनी ही गलतियों के कारण हारी है। उन्होंने कहा कि जब जीत होती है, तो कई लोग श्रेय लेने आ जाते हैं, लेकिन हार की जिम्मेदारी कोई नहीं लेता। यह हर नेता का नैतिक कर्तव्य होना चाहिए कि वह अपनी जिम्मेदारी को समझे। केवल पद से चिपके रहने का लालच छोड़ना होगा। शर्मा ने कहा कि नेताओं की आपसी बयानबाजी और मनमुटाव से जनता और कार्यकर्ता परेशान हो चुके हैं। उन्होंने कहा, “हार के बाद कमेटियां बना दी जाती हैं, लेकिन इनसे कोई हल नहीं निकलता। एक छोटे कार्यकर्ता से भी पूछ लें कि हार क्यों हुई, वह सटीक जवाब देगा।