हरियाणा में करनाल के घरौंडा में सोनी बीज भंडार पर लगे नकली डीएपी सप्लाई करने का मामला तूल पकड़ रहा है। हालांकि कृषि विभाग ने डीएपी के सैंपल लेकर लैब में जांच के लिए भेजे हुए है, अब रिपोर्ट का इंतजार है। दूसरी ओर करीब 10 दिन से सोनी बीज भंडार की दुकान बंद पड़ी है।
किसानों का विरोध है, जब तक सैंपल रिपोर्ट नहीं आएगा, तब तक दुकान खोलने नहीं दी जाएगी। जिससे खाद विक्रेता को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। इतना ही नहीं खाद विक्रेता ने किसान यूनियन व नकली डीएपी का आरोप लगाने वाले किसानों पर रिश्वत मांगने का भी आरोप लगाया है। पीड़ित खाद विक्रेता का परिवार भी मानसिक रूप से परेशान है। पीड़ित परिवार ने जिला उपायुक्त कार्यालय में पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है। जिस पर संज्ञान लेते हुए डीसी ने दुकान को खुलवाने के आदेश अधिकारियों को दिए। वहीं इसी मामले को लेकर कल घरौंडा के किसान भवन में किसान संगठनों ने पंचायत बुलाई है। मीटिंग में किसान कोई बड़ा फैसला ले सकते है।
यूनियन बनाकर कानून को अपने हाथ में लिया हुआ है
फर्टिलाइजर यूनियन के जिला अध्यक्ष रामकुमार गुप्ता ने कहा कि कुछ शरारती लोगों ने यूनियन बनाकर कानून को अपने हाथ में लिया हुआ है। जिसकी वजह से व्यापारी वर्ग काफी परेशान है। सोनी बीज भंडार पर नकली डीएपी का मामला सामने आया है। नकली डीएपी के आरोप लगे है, लेकिन उस मामले में सैंपल लिए जा चुके है और रिपोर्ट अभी आनी बाकी। किसानों ने दुकान का ताला लगाया हुआ है, दुकान खोलने तक नहीं दी जा रही है। यूनियन बनाकर कभी पांच लाख तो कभी तीन लाख रुपए की रिश्वत मांगी जा रही है। प्रशासन से यहीं मांग करने के लिए आए है कि जो सैंपल की रिपोर्ट आएगी उसके आधार पर कार्रवाई जाए।
डीएपी असली था, असली है और असली रहेगा
खाद विक्रेता हिमांशु का आरोप है कि 28 अक्टूबर को पहले पांच लाख रुपए मांगे गए। फिर तीन लाख रुपए मांगे गए। मैंने बोला कि नरपाल सरदार चोर है मैं इसको 100 रुपए तक नहीं दूंगा। मेरा डीएपी असली था, असली है और असली रहेगा। नरपाल, नरपाल का भाई गुरलाल, तीसरा जगदीप ओलख है, इस मामले को लेकर पूरी राजनीति की जा रही है। किसान नेता जगदीप औलख पर और भी कई गंभीर आरोप खाद विक्रेता ने लगाए।
डीएपी को असली और नकली करने में लगे हुए
हिमांशु का कहना है कि हमारे गोदाम से डीएपी के कट्टे चोरी हुए थे। जिस नौकरी व मुनीम ने मिलीभगत करके डीएपी बेचा और जिन लोगों ने डीएपी खरीदा उन लोगों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं हुई, बल्कि हमारे डीएपी को असली ओर नकली साबित करने में लगे हुए। हमारे परिवार को परेशान किया जा रहा है। हमारा काम धंधा चौपट किया जा रहा है। हम सिर्फ डीसी से मिलने के लिए आए है और न्याय की गुहार लगा रहे।

