प्रदेश की आशा वर्कर्स द्वारा सोमवार को विधानसभा कूच किया जाना है। जिसको लेकर पूरे प्रदेश की करीब 20 हजार आशा वर्कर्स अपनी मांगों व समस्याओं के समाधान के लिए पिछले 21 दिनों से हड़ताल पर चल रही हैं। आशा वर्कर्स पंचकूला के यमनीका पार्क में एकत्रित होकर पहले सभा करेंगी और दोपहर विधानसभा की ओर कूच करेंगी।
इससे पहले ही सरकार की ओर से यूनियन की नेताओं की गिरफ्तारी शुरू कर दी गई है। यूनियन के नेताओं के घरों पर पुलिस की छापेमारी सुबह के समय से ही शुरू है। जिला प्रशासन की ओर से भी आशाओं के कूच को लेकर शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है।
चंडीगढ़ कूच से आंदोलनकारी महिलाओं को रोकेगी पंचकूला पुलिस
पंचकूला पुलिस द्वारा आंदोलनकारी महिलाओं को चंडीगढ़ कूच से रोकने के लिए पहले ही पुख्ता इंतजाम कर लिए गए है, ताकि आंदोलनकारी महिलाएं चंडीगढ़ ही न पहुंच सके। उन्हें रोकने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है, लेकिन आशा वर्कर्स द्वारा किसी भी सूरत में विधानसभा की तरफ बढ़ने का ऐलान किया गया है। यूनियन की नेताओं ने कहा कि सरकार लगातार वर्कर्स की मांगों व समस्याओं को अनदेखा करने पर लगी हुई है।
महिलाओं, बच्चो का टीकाकरण अभियान नहीं चल पा रहा ठीक
आशाओं की हड़ताल पर होने से प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हो रही है और जनता तक स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी तक नहीं पहुंच पा रही है। विशेषकर महिलाओं व बच्चों व टीकाकरण अभियान भी ठीक प्रकार से नहीं चल पा रहा है। आंदोलनरत आशाओं ने कहा कि साल 2022 की तरह पुलिस व प्रशासन इस मार्च को विफल करने के लिए वाहनों की बुकिंग नहीं होने देने और नेताओं तथा आशाओं को राउंडअप करने की फिराक में हैं।
प्रशासन को ठोस कदम उठाने के दिए निर्देश
सरकार के निर्देश पर विधानसभा कूच को विफल करने के लिए पुलिस की ओर से आशा वर्कर यूनियन और सीटू के नेताओं को गिरफ्तार करने के लिए घरों पर छापेमारी को लेकर पहले से ही कई नेता अंडरग्राउंड हो गए हैं। सरकार ने जिला प्रशासन को आशा वर्करों को चंडीगढ़ आने को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। निर्देश मिलते ही पुलिस और गुप्तचर एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं।
यूनियन ने धमकियां देकर प्राईवेट वाहन रद्द करवाने की निंदा की
आशा वर्कर यूनियन हरियाणा की अध्यक्ष सुरेखा व महासचिव सुनीता ने विधानसभा कूच को विफल बनाने के लिए सरकार व पुलिस प्रशासन द्वारा प्रदेशभर में की जा रही छापेमारी, प्राइवेट ट्रांसपोर्टरों को धमकियां देकर वाहन रद्द कराने की निंदा की है।उन्होंने कहा कि हर हाल में विधानसभा कूच किया जाएगा। पुलिस ने अगर रास्ते में रोकने का प्रयास किया तो वहीं रास्ते में आशा वर्कर प्रदर्शन करेंगी। सरकार के दमनकारी हथकंडे के खिलाफ विधानसभा कूच के साथ ही सभी जिलों में भी प्रदर्शन किए जाएंगे।