हरियाणा के पलवल में एक व्यक्ति को केवल इसलिए गोली मार दी गई, क्योंकि उसने पंचायत चुनाव को लेकर आरटीआई लगाई थी। वहीं अभी पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
पलवल जिले के गांव अल्लिका में एक व्यक्ति को पंचायत के चुनावों की रंजिश के चलते गोलियों से मौत के घाट उतार दिया गया, जबकि मृतक के एक दो परिजन इस गोलीबारी में घायल हो गए. यह चुनावी रंजिश वर्षों से चल रही है। जिसमें अब तक मृतक 50 वर्षीय सुमेर व उसके भाई के अलावा उनके एक समर्थक सहित कुल तीन लोगों की हत्या हो चुकी है। फिलहाल पुलिस ने मौजूदा सरपंच निशा उसके पति हेमराज के अलावा 20 नामजद लोगों के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास के अलावा अन्य सम्बंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दीं है।
चुनाव के दौरान हुआ था दोनों पक्षों में झगड़ा
पलवल डीएसपी हेडक्वार्टर शाकिर हुसैन के अनुसार पंचायत चुनाव के दौरान इन दोनों पक्षों का झगड़ा हुआ था, जिसके चलते इस वारदात को अंजाम दिया गया है। शाकिर हुसैन के अनुसार हत्याकांड की हर पहलू से जांच की जा रही है. इससे सम्बंधित किसी भी दोषी को बख्शा नही जाएगा।
बार-बार दी जा रही थी धमकियां
वहीं मृतक सुमेर के भतीजे द्वारा दिए गए बयान में बताया कि मेरी भाभी और पूर्व सरपंच धीर सिंह की पत्नी पिंकी ने मौजूदा सरपंच निशा के खिलाफ चुनाव लड़ा था, जिसमें निशा विजयी हुई थी, जिसपर सरपंच निशा के खिलाफ मेरे चाचा मृतक सुमेर के लड़के उत्कर्ष ने फर्जी दस्तावेजों पर आरटीआई व उपायुक्त कार्यालय में शिकायत लगाई हुई थी। जिसके चलते उन्हें आरटीआई वापस लेने के लिए बार-बार धमकियां दी जा रही थी। वहीं आरटीआई वापस नहीं लेने पर अंजाम भुगतने की धमकी भी दी जा रही थी, उसी के चलते इस घटनाक्रम को अंजाम दिया गया है।