हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने हरियाणा पुलिस के लापरवाह जांच अधिकारियों के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। विज ने 372 जांच अधिकारियों (आईओ) के निलंबन की मंजूरी दे दी है। पांच सालों से दर्ज केसों में कोई कार्रवाई नहीं होने से अनिल विज नाराज चल रहे थे। राज्य के विभिन्न थानों में एक साल से 3229 के करीब केस पेंडिंग चल रहे हैं। इन केसों को लेकर विज की ओर से कई बार रिमाइंडर भेजे गए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं किए जाने के बाद यह एक्शन लिया गया है।
अनिल विज के कार्यालय के अधिकारियों के अनुसार गृहमंत्री द्वारा बार-बार कारण बताने और उचित करवाई करने को लेकर पहले कई रिमाइंडर जांच अधिकारियों को भेजे गए, इस कार्रवाई से पहले गृहमंत्री की ओर से एक्सप्लेनेशन कॉल भी किया गया, लेकिन कोई जवाब नहीं आने के बाद यह कदम उठाया गया है। अधिकारियों का कहना है कि राज्य के कई थानों में 5 साल से शिकायतें पेंडिंग पड़ी हैं।
इन जिलों में इतने अधिकारी
विज ने इस बारे में एक पत्र डीजीपी को लिखा है। उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को 11 मई, 2023 को पत्र लिखकर सूचना भी मांगी गई थी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के जिन विभिन्न जिलों में 372 जांच अधिकारी को निलंबित किया गया है। उनमें गुरुग्राम में 60, फरीदाबाद 32, पंचकूला 10, अंबाला 30, यमुनानगर 57, करनाल 31, पानीपत 3, हिसार 14, सिरसा 66, जींद 24, रेवाड़ी 5, रोहतक 31 और सोनीपत में 9 आईओ है।