Haryana की निर्विरोध नवनिर्वाचित राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा ने कांग्रेस पार्टी पर महिलाओं के प्रति भेदभाव का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समय में महिला प्रेसिडेंट होते हुए भी महिलाओं के लिए कोई विशेष कार्य नहीं किया गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि केवल गांधी परिवार की महिलाएं पार्टी में प्रमुख पदों पर थीं, जबकि अन्य महिलाओं को अवसर नहीं दिया गया। रेखा शर्मा ने कांग्रेस को इमरजेंसी के दौर को भी याद दिलाने की बात की, जिससे उन्होंने महिलाओं की स्थिति और पार्टी में उनके विकास की कमी पर जोर दिया।
रेखा शर्मा ने आज संसद में राज्यसभा सांसद के तौर पर ली शपथ
रेखा शर्मा ने आज संसद में राज्यसभा सांसद के तौर पर शपथ ली। शपथ लेने के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में उन्होंने कहा कि मैंने महिला आयोग के चेयरपर्सन के रूप में काम किया है और इससे पहले कई एनजीओ और अपनी बीजेपी पार्टी में भी काम किया है।
उन्होंने कहा कि राज्यसभा सांसद के तौर पर मैं महिला सशक्तिकरण के लिए काम करूंगी। उनका कहना था कि महिलाओं के लिए समाज की सोच को बदलना अत्यंत आवश्यक है, और इसके लिए ग्रास रूट लेवल पर काम करना जरूरी है। रेखा शर्मा ने स्पष्ट किया कि महिलाओं के आर्थिक विकास को बढ़ावा देना उनका प्रमुख लक्ष्य होगा।
हरियाणा से बीजेपी नेता रेखा शर्मा निर्विरोध राज्यसभा सांसद चुनी
हरियाणा से बीजेपी नेता रेखा शर्मा निर्विरोध राज्यसभा सांसद चुनी गई हैं। उनके खिलाफ कांग्रेस या किसी अन्य पार्टी के उम्मीदवार ने नामांकन नहीं भरा था। 13 दिसंबर को नामांकन वापसी का अंतिम दिन था, जिसके बाद उन्हें जीत का सर्टिफिकेट दिया गया। रेखा शर्मा का कार्यकाल 2028 तक रहेगा। बीजेपी ने राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की चेयरपर्सन रह चुकी रेखा शर्मा को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया था।
विधानसभा में बीजेपी के 48 विधायक
हरियाणा की 90 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी के 48 विधायक हैं जबकि 3 निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन है। इस कारण बीजेपी उम्मीदवार रेखा शर्मा की जीत पहले से ही पक्की थी। उन्होंने नामांकन के आखिरी दिन 10 दिसंबर को आवेदन किया था। जीत के बाद शाम को हरियाणा भवन में बीजेपी की ओर से रेखा शर्मा का स्वागत किया गया।
हरियाणा की 5 राज्यसभा सीटों में से 4 पर बीजेपी का कब्जा है, जिनमें रेखा शर्मा और उनसे पहले सुभाष बराला, रामचंद्र जांगड़ा, किरण चौधरी शामिल हैं। इसके अलावा निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा भी बीजेपी के समर्थन से राज्यसभा सांसद चुने जा चुके हैं, जिनकी मां शक्तिरानी शर्मा कालका से बीजेपी की विधायक हैं।
रेखा शर्मा के बारे में
रेखा शर्मा का जन्म वर्ष 1964 में हुआ था। उन्होंने उत्तराखंड से पॉलिटिकल साइंस में डिग्री प्राप्त की और उसके बाद मार्केटिंग और एडवरटाइजिंग में डिप्लोमा भी किया। राजनीति में कदम रखने से पहले, उन्होंने पंचकूला में बीजेपी की सेक्रेटरी और बाद में मीडिया प्रभारी के रूप में कार्य किया।
2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद, 2015 में रेखा शर्मा की राष्ट्रीय महिला आयोग में एंट्री हुई। 29 सितंबर 2017 को उन्हें आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। उन्होंने महिला सुरक्षा और रेप के मुद्दों पर मीडिया में चर्चा की और 6 अगस्त 2024 तक आयोग की अध्यक्ष के तौर पर कार्यकाल पूरा किया। रेखा शर्मा ने अपने कार्यकाल को चुनौतीपूर्ण माना और उसे सफलता पूर्वक पूरा करने का श्रेय दिया।