हरियाणा के सभी जिलों में दशहरे पर्व के पश्चात निरंतर प्रदूषण का स्तर बढ़ता ही जा रहा है। जिसके कारण जनता को भारी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा किसी एक जिले में नहीं है, अपितु प्रदेश के सभी जिलों में ऐसी ही स्थिति बनी हुई है। जिसको देखते हुए सभी जिलों में प्रशासन द्वारा रोजाना बैठक का आयोजन किया जा रहा है और अधिकारियों को सख्त निर्देश भी दिए जा रहे है, ताकि आने वाले दिनों में प्रदूषण की मात्रा को कम किया जा सके।
बता दें कि रेवाड़ी जिले में मौसम ठंडा होने के साथ ही लगातार दूसरे दिन प्रदूषण का संकट दिखाई दिया। शनिवार सुबह ही रेवाड़ी और धारूहेड़ा शहर में स्मॉग दिखाई दिया। बढ़ते प्रदूषण के कारण सांस लेने में तकलीफ और आंखों में जलन के केस बढ़ गए हैं। हालांकि एक दिन पहले शुक्रवार को डीसी राहुल हुड्डा ने प्रदूषण को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक कर इस दिशा में सख्त कदम उठाने के आदेश दिए हैं।
दरअसल रेवाड़ी जिले के औद्योगिक कस्बा धारूहेड़ा के साथ लगते राजस्थान के औद्योगिक कस्बा भिवाड़ी में वायु गुणवत्ता सूचकांक एक्यूआई 400 के पार हो चुका है। यहां एक्यूआई 390 दर्ज किया गया। वहीं धारूहेड़ा में भी बढ़कर आज 387 पर पहुंच गया है। यहां पीएम 2.5 का अधिकतम लेवल फिलहाल 449 और पीएम 10 का लेवल 500 तक पहुंच चुका है। शुक्रवार को तो दिनभर स्मॉग दिखाई दिया। जिसके चलते सूर्यदेव की चमक भी स्मॉग के चलते फीकी रही। शुक्रवार को प्रदूषण के कारण दिनभर स्मॉग दिखाई दिया था। जिसके चलते लोगों को आंखों में जलन के साथ ही सांस लेने में भी तकलीफ हुई। लगातार बढ़ते प्रदूषण के स्तर को कंट्रोल करने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों की तरफ से भी व्यापक इंतजाम किए जा रहे है।
3 दिनों में तापमान में हुई गिरावट
पिछले 3 दिनों में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हुई है। मौसम ठंडा होने के कारण ही प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। हालांकि मौसम में आई नमी और तापमान में गिरावट से किसानों को फायदा होगा। अब दिन में भी ठंड का असर देखने को मिल सकता है। इससे सरसों की फसल का तेजी से विकास होना शुरू हो जाएगा। वहीं किसान गेहूं की फसल की बिजाई भी समय पर शुरू कर सकेंगे। नवंबर के दूसरे सप्ताह तक ठंडा का पीक आने की भी पूरी संभावना नजर आ रही है।
प्रदूषण के कारण आंखों में जलन
पिछले 3 सालों की बात करें तो प्रदूषण की समस्या मौसम ठंडा होने के साथ बढ़ने लग जाती है। इस बार भी नवंबर माह की शुरुआत में तापमान में हुई गिरावट के साथ प्रदूषण का स्तर बढ़ गया। रेवाड़ी के साथ लगते भिवाड़ी की बात करें तो यहां शुक्रवार को एक्यूआई 410 पहुंच गया था, जिसका असर रेवाड़ी शहर और धारूहेड़ा एरिया में साफ देखने को मिला। धारूहेड़ा का एक्यूआई 300 से उपर चल रहा है। प्रदूषण के कारण लोगों की आखों में जलन भी महसूस हुई। तापमान में गिरावट आने के बाद प्रदूषण का स्तर और अधिक बढ़ने की पूरी संभावना है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
कंट्रोल हेतु अधिकारी ने उठाएं कदम
वर्ष 2022 में दीपावली के बाद प्रदूषण का स्तर काफी तेजी से बढ़ा था। जिसके चलते प्रशासन की तरफ से फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को सड़कों पर उतारा गया और पेड़-पौधों पर पानी की बौछार की गई। हालांकि इस बार अभी तक एंटी स्मॉग गन या फिर दमकल की गाड़ी का प्रयोग नहीं किया गया है। एक दिन पहले डीसी राहुल हुड्डा की तरफ से ली गई अधिकारियों की बैठक में डीसी ने साफ किया कि प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए अधिकारी सभी जरूरी कदम उठाएं।