Haryana School Education Board Secretary Ajay Chopra held a press conference, steps taken to prevent cheating in 10th and 12th exams

Haryana विद्यालय शिक्षा बोर्ड के सचिव अजय चोपड़ा ने की पत्रकार वार्ता, 10वीं और 12वीं की परीक्षा में नकल रोकने के लिए उठाए गए कदम

हरियाणा

Haryana विद्यालय शिक्षा बोर्ड के सचिव अजय चोपड़ा ने शनिवार को भिवानी में पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने बोर्ड द्वारा आयोजित 10वीं और 12वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा में नकल रोकने के लिए किए गए प्रभावी उपायों के बारे में बताया।

गूगल मीट के माध्यम से चर्चा
बोर्ड सचिव ने बताया कि बोर्ड ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों के साथ गूगल मीट के माध्यम से बैठक आयोजित की। इस बैठक का उद्देश्य प्रदेश के सभी परीक्षा केंद्रों पर पारदर्शिता, अखंडता और परीक्षाओं के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करना था।

उड़नदस्तों को सतर्कता बरतने के निर्देश
चोपड़ा ने परीक्षा ड्यूटी में नियुक्त उड़नदस्तों को गड़बड़ी वाले परीक्षा केंद्रों पर अधिक सतर्कता दिखाने और तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

Whatsapp Channel Join

अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती
बोर्ड सचिव ने कहा कि बाहरी हस्तक्षेप को रोकने के लिए सभी पुलिस अधीक्षकों से अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने का अनुरोध किया गया है।

सुरक्षित प्रश्न पत्र
प्रश्न पत्रों पर अल्फा न्यूमेरिक कोड, क्यूआर कोड और हिडन सिक्योरिटी फीचर्स अंकित किए गए हैं, ताकि अगर कोई परीक्षार्थी या पर्यवेक्षक प्रश्न पत्र की फोटो खींचता है, तो इसका तुरंत पता लगाया जा सके कि प्रश्न पत्र कहां से आउट हुआ है और किस परीक्षार्थी से संबंधित है।

school

सख्त कार्रवाई की चेतावनी
अगर किसी परीक्षा केंद्र से पेपर आउट होने का मामला सामने आता है, तो उस केंद्र के अधीक्षक, पर्यवेक्षक और अन्य स्टाफ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

588 केंद्रों पर आब्जर्वर नियुक्त
नकल रोकने के लिए 588 परीक्षा केंद्रों पर बोर्ड द्वारा आब्जर्वरों की नियुक्ति की गई है। सभी विद्यालय मुखियाओं को निर्देश दिए गए हैं कि वे गांव की पंचायतों से सहयोग लें और परीक्षा केंद्रों पर खिड़कियों में जाली लगवाएं।

परीक्षार्थियों से अपील
अजय चोपड़ा ने परीक्षार्थियों और अभिभावकों से अपील की कि वे पेपर वायरल करने की गलती ना करें, क्योंकि बोर्ड के पास सक्षम सूचना तंत्र है और किसी भी आरोपी को बचने का मौका नहीं मिलेगा। उन्होंने अभिभावकों से यह भी कहा कि वे अपने बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करें और नकल जैसी कुरीतियों से बचने के लिए उन्हें जागरूक करें।

10वीं के आउट ऑफ सिलेबस पेपर की जांच
बोर्ड सचिव ने बताया कि 10वीं के परीक्षा में यदि आउट ऑफ सिलेबस पेपर पाया जाता है तो उसके लिए कमेटी बनाई गई है, जो मामले की जांच करेगी। जांच के बाद यदि पेपर आउट ऑफ सिलेबस पाया गया, तो विद्यार्थियों को घबराने की जरूरत नहीं है, उन्हें ग्रेस मार्क दिए जाएंगे।

97 नकलची पकड़े गए, 5 पर कानूनी कार्रवाई
अब तक 97 नकल के मामले सामने आए हैं और 5 लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है। इन परीक्षाओं में कुल 1433 परीक्षा केंद्रों पर 5 लाख 17 हजार 448 परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे हैं। प्रभावी निरीक्षण के लिए 224 उड़नदस्ते गठित किए गए हैं।

Read More News…..