हरियाणा के जिला सिरसा में शनिवार को 1008 ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने विश्राम के दौरान कहा कि हरियाणा के हर जिले में श्री बलराम के मंदिर का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सिरसा विश्राम के दौरान अनेक लोगों से मिलना हुआ। यहां का वातावरण बहुत धार्मिक है और यहां के लोग सत्संगमयी हैं। उन्होंने कहा कि सिरसा में नशे के खिलाफ वह जल्द एक योजना लॉन्च करेंगे।
1008 ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि नशा करने से व्यक्ति का नाश होना आरंभ हो जाता है। अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि सिरसा में नशे के खिलाफ सरकार, संस्थाओं, समाजसेवियों से लेकर हर नागरिक को अपने स्तर पर प्रयास करना होगा। ताकि यहां के युवाओं को नशे से दूर किया जा सके। आज समाज के हर वर्ग को नशे के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि विद्या प्राप्त करने वाले लोगों का एक-एक क्षण कीमती है।
विद्यार्थी जीवन में दो श्लोक रोजाना याद करे
प्रत्येक विद्यार्थी जीवन में रोजाना दो श्लोक याद करने का नियम बना ले तो साल में हजारों श्लोकों का अध्ययन कर लेता है। उन्होंने भगवान शंकराचार्य के जीवन काल का एक उदाहरण देते हुए बताया कि जब भगवान शंकराचार्य गुरुकुल में पढ़ रहे थे, उनकी प्रतिभा को देखते हुए वहां के प्रदेश के राजा ने उन्हें ससम्मान लाने के लिए अपने सहयोगियों को हाथी देकर भेजा।
सम्मान पाने के लिए मेरे पास पूरी जिंदगी
भगवान शंकराचार्य ने उनके आमंत्रण को ठुकरा दिया। हालांकि उस समय उनकी अवस्था 5 वर्ष की थी। भगवान शंकराचार्य ने राजा के सहयोगियों से कहा कि वे राजा के इस भाव का सम्मान करते हैं, लेकिन मैं गुरुकुल से निकलकर नहीं आ सकता। सम्मान पाने के लिए मेरे पास पूरी जिंदगी है।