Haryana बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडोली और सिंगर रॉकी मित्तल पर गैंगरेप का गंभीर आरोप सामने आया है। पीड़िता ने दावा किया कि 3 जुलाई 2023 को कसौली में इन दोनों ने उसे और उसकी सहेली को शराब पिलाकर जबरन शारीरिक संबंध बनाए। हालांकि, इस घटना के बारे में एफआईआर 13 दिसंबर 2024 को दर्ज की गई, जिससे सवाल उठ रहे हैं कि इतनी देर से मामला क्यों दर्ज किया गया।
महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया का बयान
महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “अगर हमें इस मामले में कोई ठोस जानकारी मिलती है, तो हम तुरंत कार्रवाई करेंगे। लेकिन इतना समय बीतने के बाद मामला सामने आना और फिर एफआईआर दर्ज कराना, यह संदेह पैदा करता है।” भाटिया ने यह भी स्पष्ट किया कि महिला आयोग हमेशा पीड़िताओं के साथ खड़ा रहता है, लेकिन मामलों को समय रहते दर्ज किया जाना जरूरी है ताकि उन्हें सही तरीके से हल किया जा सके।
उन्होंने आगे कहा, “अगर यह मामला राजनीति से जुड़ा है, तो भी हम उस पर ध्यान देंगे, लेकिन कार्रवाई केवल तथ्यों और साक्ष्यों के आधार पर की जाएगी।”
केस का घटनाक्रम
एफआईआर के अनुसार, पीड़िता ने 3 जुलाई 2023 को अपनी सहेली और बॉस के साथ कसौली यात्रा की थी, जहां वे मोहनलाल बडोली और रॉकी मित्तल से मिले। आरोप है कि इन दोनों ने उन्हें शराब पिलाई और फिर शारीरिक संबंध बनाए। इसके बाद, पीड़िता और उसकी सहेली को धमकी दी गई कि यदि वे इस घटना की जानकारी किसी को देंगे, तो उन्हें फंसा दिया जाएगा।
गवाह का बयान
इस मामले में एक गवाह, जो पीड़िता की सहेली बताई गई है, ने मीडिया से कहा कि उसने न तो बडोली को देखा और न ही गैंगरेप की घटना को सही माना। गवाह ने कहा कि अगर गैंगरेप हुआ होता, तो वहां शोर मचता और आसपास के लोग इसे जान पाते। इस बयान ने मामले को और जटिल बना दिया है और गवाह के बयान ने घटना की सच्चाई पर संदेह पैदा कर दिया है।
आगे की कार्रवाई
अब महिला आयोग मामले की जांच करने के बाद उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दे रहा है। मामले की सच्चाई का खुलासा और न्याय सुनिश्चित करना अभी बाकी है।