हरियाणा के करनाल के बस्तली गांव के एक युवक की अमेरिका में सड़क हादसे में मौत होने का मामला सामने आया है। जिसमें एक युवक की अमेरिका में सड़क हादसे में मौत हो गई। बता दें कि युवक करीब एक साल पहले डोंकी से अमेरिका गया था। जिसके लिए परिवार ने करीब 35 लाख रुपए खर्च किए थे। वह अमेरिका की कैलिफोर्निया में अपने दोस्तों के साथ काम करके अच्छा कमा रहा था।
युवक की मौत के बाद से परिवार में मातम पसरा हुआ हैं। जिसके तीन छोटे छोटे बच्चे हैं, जो अपने पिता के फोन आने का इंतजार कर हैं। वहीं अमेरिकन पुलिस ने शव को मोर्चरी हाउस में रखवा दिया है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा, लेकिन सवाल यह है कि क्या युवक का शव भारत लाया जाएगा या फिर अमेरिका में ही दाह संस्कार करवाया जाएगा।
कार की टक्कर लगने से अशोक को आई थी ज्यादा चोट
बता दें कि बस्तली गांव का करीब 30 वर्षीय युवक अशोक कुमार उर्फ शौकी शनिवार को अपने दोस्त कैथल के गांव बुच्ची निवासी के साथ कार में सवार होकर अपने काम पर जा रहा था। इस दौरान जैसे ही उसकी कार मेन सड़क पर पहुंची तो तभी एक तेज रफ्तार कार ने उसकी कार को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए, लेकिन सबसे ज्यादा चोटें अशोक को आई थी। कुछ ही मिनटों में पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी। उन्होंने एम्बुलेंस की सहायता से घायलों को नजदीकी अस्पताल में भिजवाया, जहां पर डॉक्टरों ने अशोक को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मौके पर क्षतिग्रस्त कार को अपने कब्जे में ले लिया है।
बचपन से ही विदेश जाकर काम करना चाहता था अशोक
बताया जा रहा है कि अशोक कबड्डी खेलने का काफी शौक रखता था और अपने खेल में वह काफी बेहतर हो चुका था। उसने कबड्डी के खेल में भी अपना काफी नाम कमाया था। बचपन से ही अशोक विदेश में जाकर काम करना चाहता था और अपने घर वालों की परेशानियों को दूर करना चाहता था। घरवालों ने कर्ज लेकर व जमीन बेचकर अशोक को डोंकी से अमेरिका भेज दिया था। उसका चचेरा भाई अमेरिका में पहले ही गया हुआ था, जिससे अमेरिका में उसे काम तलाशने में ज्यादा दिक्कत नहीं आई और उसे काम भी जल्दी ही मिल गया था। अशोक के आसपास के गांवों के युवा भी अमेरिका में ही काम करते हैं और एक दूसरे के काम भी आते हैं, लेकिन अशोक की मौत से सभी दुखी है। सबसे ज्यादा परेशानी परिवार के लिए है।
पिता से फोन पर बात करने का इंतजार कर रहे बच्चे
मृतक अशोक के चचेरे भाई कृष्ण पहलवान ने बताया कि अशोक के विदेश जाने पर उसकी पत्नी ने भी ऐतराज जताया था। लेकिन वह नहीं माना। अशोक के पास 3 छोटे छोटे बच्चे हैं जो अपने पिता से बात करने के लिए उनके फोन का इंतजार कर रहे हैं। अशोक ही घर में इकलौता कमाने वाला था, उसकी मौत के बाद परिवार का सब कुछ छीन गया।
अपना कर्ज का पैसा भी नहीं जोड़ पाया था
वहीं मृतक अशोक अपनी जमीन बेचकर व रिश्तेदारों से कर्ज लेकर विदेश गया था। वह कमा जरूर रहा था, लेकिन अभी तक अपना कर्ज का पैसा भी नहीं जोड़ पाया था। परिवार की आर्थिक स्थिति सही नहीं है। ऐसे में चिंता का विषय यह भी है कि मृतक के शरीर को अमेरिका से भारत लाने के लिए लाखों रुपए खर्च होते हैं और परिवार के हालात ऐसे नहीं हैं कि लाखों रुपए खर्च कर सके। परिवार ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है, ताकि उनके बेटे का शव भारत वापस आ सके।
पत्नी ने किया था जाने से मना
मृतक अशोक के चचेरे भाई कृष्ण पहलवान ने बताया कि अशोक के विदेश जाने पर उसकी पत्नी ने भी ऐतराज जताया था। लेकिन वह नहीं माना। अशोक के पास 3 छोटे छोटे बच्चे हैं, जो अपने पिता से बात करने के लिए उनके फोन का इंतजार कर रहे हैं। अशोक ही घर में इकलौता कमाने वाला था, उसकी मौत के बाद परिवार का सब कुछ छीन गया। मृतक अशोक अपनी जमीन बेचकर व रिश्तेदारों से कर्ज लेकर विदेश गया था। वह कमा जरूर रहा था, लेकिन अभी तक अपना कर्ज का पैसा भी नहीं जोड़ पाया था। परिवार की आर्थिक स्थिति सही नहीं है। ऐसे में चिंता का विषय यह भी है कि मृतक के शरीर को अमेरिका से भारत लाने के लिए लाखों रुपए खर्च होते हैं और परिवार के हालात ऐसे नहीं हैं कि लाखों रुपए खर्च कर सके।