Hisar जिले में एक ट्रैवल एजेंट के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। खरड़ गांव के निवासी अक्षय ने सदर थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उसे अमेरिका भेजने के नाम पर 35 लाख रुपये की ठगी की गई। इस मामले में जींद के शामलो गांव के दीपक मलिक, जींद के रजत मोर और हिसार के पेटवाड़ गांव के मुनीश शर्मा पर आरोप लगे हैं।
कानूनी वीजा का वादा, अवैध तरीके से भेजा गया
आरोपियों ने अक्षय से वादा किया था कि उसे कानूनी तरीके से वर्क वीजा पर अमेरिका भेजा जाएगा, लेकिन दुबई पहुंचने के बाद उसे एक महीने तक वहीं रखा गया। इसके बाद, अक्षय को गिनी, केसबलेस और अमस्टर्डम होते हुए सूरीनाम भेज दिया गया। एजेंटों ने वहां पहुंचने के बाद अक्षय से और 30 लाख रुपये की मांग की, जिसे उसके परिवार ने दे दिया।
अवैध रास्ता अपनाने का दबाव
बीस दिन बाद जब अक्षय को अमेरिका नहीं भेजा गया, तो उसने एजेंटों से इसकी वजह पूछी। एजेंटों ने साफ किया कि अब अमेरिका जाने का कोई कानूनी रास्ता नहीं है, और उसे अवैध तरीके से ही भेजा जाएगा। जब अक्षय ने इस प्रस्ताव को ठुकराया और अपने पैसे वापस मांगे, तो एजेंटों ने उसका पासपोर्ट और फोन छीन लिया और उसे माफिया के हवाले कर दिया।
अक्षय की अवैध यात्रा
एजेंटों के कहने पर अक्षय ने अवैध तरीके से अमेरिका जाने के लिए बस यात्रा शुरू कर दी। 25 जनवरी 2025 को उसे टिजूना बॉर्डर से अमेरिका में प्रवेश कराया गया, जहां उसे अमेरिकी पेट्रोलिंग पुलिस ने पकड़ लिया। 3 फरवरी 2025 को उसे भारत वापस भेज दिया गया।
पुलिस कार्रवाई
पुलिस ने अक्षय की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। मामले में आरोपी एजेंटों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।