Hisar जिले के महजत गांव में पति ने अपनी पत्नी भरपो देवी पर तेल छिड़कर उसे जिंदा जला दिया। घटना के समय सौतेली मां गीता देवी को भी आरोपी बेटे रामभगत ने आग लगा दी, जिससे वह 50 प्रतिशत से ज्यादा जल गई। गीता किसी तरह घर का गेट खोलकर भागी और शोर मचाया। उसे गांव व परिवार के सदस्यों ने हिसार के निजी अस्पताल में भी भर्ती करवाया है। वहीं आरोपी रामभगत दोनों को आग लगाने के बाद घर के बाहर ही दरवाजा बंद कर बैठ गया। सूचना मिलने के बाद पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई है। अभी हत्या के कारणों का पता नहीं चला है।
आरोपी नशे का आदी, काफी समय तक नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती रहा
जानकारी के अनुसार रामभगत नशा करने का आदी था। वह काफी समय तक नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती रहा और उसे छह माह पहले ही घर लेकर आए थे। वह अपनी पत्नी से अलग गांव में ही पुराने मकान में रहता था। रविवार को भरपो देवी अपने पति राभगत को खाना देकर घर चली गई थी। रामभगत ने उसे बाद में फोन कर वापस घर आने के लिए बुलाया।
भरपो देवी ने अपनी सास गीता को बताया तो वह भी साथ बेटे के पास आ गई। दोनों जब घर के अंदर कमरे में बैठी तो पहले से ही तैयारी कर बैठे रामभगत ने भरपो देवी और गीता पर तेल छिड़क दिया और आग लगा दी। दोनों भाग न सके इसके लिए रामभगत ने पहले ही गेट बंद कर दिया था।
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आग लगने पर दोनों ने शोर मचाया लेकिन रात का समय होने के कारण उसकी किसी ने आवाज नहीं सुनी। गीता ने किसी तरह कमरे का दरवाजा खोला और गांव में सीढ़ियों के रास्ते बाहर भाग गई। शोर सुनकर आस पास के गांव के लोग जागे और बाहर निकले लेकिन तब तक गीता आधी से ज्यादा जल चुकी थी। रामभगत भी वारदात करने के बाद गेट बंद कर घर के बाहर ही बैठ गया।
पहले भी कर चुका है हमला
करीब तीन साल पहले रामभगत ने भरपो देवी पर तेजधार हथियार से हमला किया था। भरपो उस हमले में बाल-बाल बच गई थी। उसके बाद काफी बार झगड़ा होता रहता था। भरपो देवी की जगह एक युवक रामभगत को खाना देने के लिए अकसर जाता था लेकिन रविवार को भरपो ही गई थी।
भात में गया था परिवार
आरोपी रामभगत के दो भाई व परिवार के अन्य सदस्य भात में दूसरे गांव गए हुए थे। घर पर रामभगत, भरपो देवी और गीता के अलावा कोई सदस्य नहीं था। परिवार के सदस्यों ने बताया कि भरपो देवी की दो बेटियां है।