नूंह हिंसा मामले में अधिकारियों के ट्रांसफर पर गरमाई सियासत, कांग्रेस नेता ने साधे सरकार पर शब्दों के बाण

हिसार

नूंह में 31 जुलाई को हुई हिंसा के बाद एक के बाद एक अधिकारी का ट्रांसफर किया गया। सरकार ने हिंसा के चलते नूंह में डीसी, एसपी और डीएसपी  का ट्रांसफर किया। कई अधिकारियों के ट्रांसफर के बाद सियासत गरमा गई है।

विपक्ष का आरोप है कि सरकार अपनी विफलता छिपाने के लिए अधिकारियों के तबादले कर रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता जयप्रकाश ने हिसार में अपने 4 दिवसीय दौरे के दौरान नूंह दंगों के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।

अधिकारी वही करते हैं जो सरकार कहती है- जयप्रकाश

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जयप्रकाश ने कहा कि लोकतंत्र में हर व्यक्ति की जान-माल की सुरक्षा करना सरकार की जिम्मेदारी है। अधिकारियों के तबादले से कोई फायदा नहीं होगा, यह तो सरकार की जिम्मेदारी थी। उनेहोंने कहा कि अधिकारी तो वही करते हैं जो सरकार कहती है।

अधिकारी सरकार की पॉलिसी को इंप्लीमेंट करते हैं। जयप्रकाश ने कहा कि अपनी विफलता को छिपाने के लिए किसी दूसरे को आरोपी कभी नहीं बनाना चाहिए। सरकार अधिकारियों के तबादले करके अपनी विफलता छिपाना चाहती है।

सरकार विपक्ष के नेताओं को फंसा रही- पूर्व केंद्रीय मंत्री

जयप्रकाश ने कहा कि हमारी पार्टी शांति और अमन चैन के पक्ष में है। जो भी दोषी है, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए और पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। मामन खान की दंगों में कोई भागीदारी नहीं है। सरकार केवल विपक्ष के विधायकों को फंसाना चाहती है। नूंह हिंसा मामले में प्रशासनिक चूक की जिम्मेदारी सीएम और उसके मंत्रिमंडल की है।