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Karnal में दीपावली पर अंधेरे में डूबी CM City, स्मार्ट लाइटों का काम 2 साल से अटका

करनाल बड़ी ख़बर हरियाणा

हरियाणा का करनाल स्मार्ट स्ट्रीट लाइट से नहीं जगमगा रहा है। शहर की गलियां अंधेरे में डूबी हैं। डीसी अनीश यादव का दीपावली पर शहर की सड़कों को रोशन करने का दावा 2 साल बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। पिछले दिवाली पर एजेंसी ने दावा किया था कि काम पूरा कर लिया जाएगा। लेकिन तार की कमी के चलते लाइटों को कनेक्शन नहीं दिए जा सके।

2017 से शहर की सड़कों पर स्ट्रीट लाइटें लगावाने के लिए पार्षद जंग लड़ रहे हैं। 2018 में स्ट्रीट लाइट लगवाने के प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई थी। उस समय यह प्रोजेक्ट नगर निगम के अंडर था, लेकिन 2021 तक भी जब नगर निगम द्वारा यह प्रोजेक्ट पूरा नहीं किया गया तो दिसंबर 2021 में इस प्रोजेक्ट को स्मार्ट सिटी लिमिटेड को देकर सड़कों पर तिरंगा स्ट्रीट लाइट लगाकर शहर को स्मार्ट बनाने का प्रयास किया गया, लेकिन शहर की वे गलियां आज भी अंधेरे की गर्त में है, जिनमें 25 हजार एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाकर रोशनी से सरोबोर करना था।

दिसंबर 2022 को पूरा करना था लाइटों का काम

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स्मार्ट सिटी लिमटिड के द्वारा इस 38 करोड़ रुपए प्रोजेक्ट को हिंदुस्तान प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया। टेंडर के तहत दिसंबर 2022 तक शहर में 25 हजार लाइटें लगाने का काम पूरा करना था, लेकिन समयावधि बीत गई। फिर कंपनी को जून और जुलाई माह तक काम पूरा करने समय दिया गया, लेकिन ढाक के वही तीन पात वाली बात सामने आई। केवल 19 हजार ही एलईडी स्ट्रीट लाइट कंपनी लगा पाई। उनमें से अधिकतर लाइटे बंद पड़ी हुई हैं, क्योंकि बहुत सी लाइटों को पावर कनेक्शन ही नहीं मिला है।

पहले दो महीने तक केवल न मिलने पर अटका काम

वार्ड नंबर 2 के पार्षद बलविंदर सिंह ने बताया कि 35 करोड़ का यह प्रोजेक्ट दो महीने तक तो केवल न होने के कारण से अटका रहा। वार्ड नंबर एक, दो, पांच, छह, 13, 16, 18 के हालात ऐसे है कि यहां पर केवल 10 प्रतिशत काम भी पूरा नहीं किया जा सका। ठेका कंपनी को सितंबर माह में काम पूरा करना था। अक्टूबर बीत गया। नवंबर भी बीत जाएगा और प्रोजेक्ट ऐसे ही लटकता रहेगा। बलविन्द्र ने कहा कि इस मामले को वह हर बार हाउस की मीटिंग में तो रखते हैं ही, साथ में कई बार डीसी व अन्य आला अधिकारियों को भी शिकायत दी गई। लेकिन आज भी हालत जस के तस हैं।

डीसी साहब ने पेश किया लाइटों का डाटा

प्रोजेक्ट के सीआओ डीसी अनीश यादव है। डीसी का दावा है कि पारदर्शिता के साथ काम पूरा करवाने की कोशिश की जा रही है। प्रोजेक्ट के तहत 25 हजार एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएंगी। 12 हजार लाइट रिप्लेसमेंट की हैं। जिनमें आठ हजार नई और चार हजार लाइट नए खंभों पर लगाई जानी हैं।

इसके अलावा ठेका कंपनी की ओर से सोडियम और ट्यूब लाइट को एलईडी में रिप्लेस करने का काम भी 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है। किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जा रही है। कंपनी के प्रतिनिधियों को भी सख्त निर्देश दिए गए हैं कि शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर समाधान करें।