भिवानी में एक ऐसी शादी हुई, जो समाज में दहेज के खिलाफ एक सशक्त संदेश देने के रूप में सामने आई है। इस विवाह में न तो दहेज लिया गया, न ही किसी प्रकार का पैसा—सिर्फ एक रुपया और नारियल के साथ शादी सम्पन्न हुई।
मोहित, जो भिवानी के देव नगर कॉलोनी का निवासी है और एक स्वतंत्र कारोबारी है, ने अपनी शादी में 21 लाख रुपये का दहेज ठुकरा दिया। उन्होंने कहा कि, “हमने अपने बेटे की शादी करनी है, उसे बेचना नहीं है,” और इस तरह दहेज के खिलाफ एक मजबूत कदम उठाया।
मोहित की पत्नी मीनू ने कहा, “मेरे लिए मेरे पति और उनके परिवार की इज्जत तब बढ़ी, जब उन्होंने मुझे पैसे छोड़कर सम्मान के साथ घर लाने का फैसला किया।”

ससुरालवालों ने भी दहेज से किया इंकार
मोहित के सास-ससुर ने भी इस फैसले को सामाजिक बदलाव की दिशा में कदम बताया। सीमा और उनके पति ने कहा, “हमने अपना बेटा नहीं बेचा, बल्कि घर में बेटी लेकर आए हैं।” उन्होंने यह भी वादा किया कि वे अपने छोटे बेटे की शादी भी बिना दहेज के करेंगे, और 11 लोगों के साथ दुल्हन को घर लाएंगे।

समाज में हलचल और बधाईयों का तांता
इस विवाह के बाद भिवानी शहर में इसे लेकर चर्चा जोरों पर है, और समाज से लेकर रिश्तेदारों तक सभी ने इस अनूठी शादी की सराहना की है। दहेज विरोधी इस शादी ने समाज को यह सिखाया है कि सच्चा सम्मान पैसे से नहीं, बल्कि सच्चाई और इज्जत से आता है।