CM नायब सिंह सैनी ने इस साल के अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 28 नवंबर से 15 दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा, जो कुल 18 दिनों तक चलेगा।

बता दें कि यह घोषणा साएम ने चंडीगढ़ में प्रेसवार्ता के दौरान कही। इस अवसर पर ओडिशा के कैबिनेट मंत्री सूर्यवंशी सूरज, तंजानिया की हाई कमिश्नर अनीशा, और स्वामी ज्ञानानंद भी मौजूद रहे। प्रेसवार्ता को दौरान CM नायब ने कहा कि 2023 में करीब 45 लाख लोग इस महोत्सव में शामिल हुए थे। इस धरती पर श्री कृष्ण ने गीता का उपदेश दिया था। कुरुक्षेत्र में कुल 182 महाभारत कालीन तीर्थ स्थित हैं।

साथ ही CM ने कहा कि 2019 में इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया, मॉरिशस, लंदन, श्रीलंका और कनाडा में भी अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव मनाया गया था। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला 7 से 23 फरवरी 2025 तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें तंजानिया भागीदार के रूप में शामिल होगा।

महोत्सव की प्रमुख गतिविधियाँ
CM नायब सैनी ने महोत्सव के प्रमुख आयोजनों के बारे में जानकारी दी, जिनमें शामिल हैं:
- 28 नवंबर को कुरुक्षेत्र के सभी तीर्थ स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम।
- 5 दिसंबर को ब्रह्म सरोवर पर पूजन और महोत्सव की विधिवत शुरुआत।
- कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में तीन दिन की संगोष्ठी।
- ज्योतिसर तीर्थ पर 18 हजार विद्यार्थियों द्वारा वैश्विक पाठ।
- ब्रह्म सरोवर पर धर्म सम्मेलन का आयोजन।
- इस महोत्सव का उद्देश्य गीता के दिव्य संदेश को दुनियाभर में फैलाना और श्रद्धालुओं को इसकी गहराई से परिचित कराना है।







