पानीपत के शांति नगर निवासी जसवंत सिंह हरियाणा सिविल सर्विस की परीक्षा पास कर एचसीएस अधिकारी बन गए हैं। वे मूल रूप से जिले के सींक गांव के रहने वाले हैं। पिता सुरजीत मलिक राजकीय सीसे स्कूल ‘सिठाना में हिंदी के प्रवक्ता हैं, जबकि मां कृष्णा देवी गृहिणी हैं। जसवंत का लक्ष्य आईएएस बनना है। उन्हें आईएएस की परीक्षा के परिणाम का इंतजार है। इस बीच 23 नवंबर को होने वाली इंडियन फॉरेस्ट सर्विस की परीक्षा की तैयारी में भी जुटे हैं।
जसवंत मलिक को इस मुकाम तक पहुंचाने में उनके पिता सुरजीत मलिक का मार्गदर्शन और मां कृष्णा देवी की मेहनत रही है। हरियाणा सिविल सर्विस का बुधवार को परिणाम जारी किया गया। पानीपत के शांति नगर निवासी जसवंत सिंह ने मेरिट में दूसरे स्थान पर नाम आया है। उनके घर पर बधाइयों का सिलसिला शुरू हो गया। जसवंत मलिक आईएएस की तैयारी के लिए दिल्ली में होने के चलते पानीपत घर नहीं आ पाए। वह शुक्रवार को घर आएंगे।
एचसीएस में था यह दूसरा प्रयास
पिता सुरजीत मलिक ने बताया कि जसवंत का एचसीएस में यह दूसरा प्रयास था और आईएएस में वह तीसरी बार प्रयास कर रहे हैं। एचसीएस की प्री और मेन परीक्षा में ही उन्हें उम्मीद हो गई थी। वह मंगलवार को चंडीगढ़ से सीधे दिल्ली चले गए थे। उन्होंने फोन पर बात की तो वह काफी खुश लग रहे थे। सुरजीत मलिक ने बताया कि बड़ा बेटा खुशवंत मलिक जिला कोर्ट में वकील हैं और बेटी नीरज ने फिजिक्स में एमएससी की थी। वह शादीशुदा है।
शुरु से ही पढ़ाई में होशियार रहे है जसवंत
पिता ने बताया कि तीसरा बेटा जसवंत शुरू से ही पढ़ाई में होशियार रहा है। उन्होंने बेटे को बड़ा अधिकारी बनाने की सोच के साथ बसंत कुंज दिल्ली स्थित डीपीएस स्कूल में पढ़ाया। उन्होंने 12वीं में 96 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे। दिल्ली स्थित किरोड़ीमल कॉलेज से बीएससी मैथ ऑनर्स से स्नातक की डिग्री की। टाटा इंस्टीट्यूट आफ सोशल साइंस हैदराबाद से मास्टर डिग्री की है।

	